एशिया कप में अफगानिस्तान की हार ने हैरान कर दिया है। मंगलवार को श्रीलंका के खिलाफ खेले गए मुकाबले में अफगानिस्तान की टीम जीतते-जीतते हार गई। 292 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी अफगानिस्तान की टीम 37.4 ओवर में 289 रन बनाकर आउट हो गई। जबकि उसे जीत के लिए महज 3 रन बनाने थे।
एक सिंगल नहीं ले सके फारूकी, नाबाद खड़े रह गए राशिद
38वें ओवर में फजलहक फारूकी धनंजय डिसिल्वा की तीन गेंदों में एक सिंगल भी नहीं ले सके। दूसरे छोर पर राशिद खान शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे, लेकिन वे 27 रन बनाकर नाबाद खड़े रह गए और फारूकी आखिरी विकेट के रूप में आउट हो गए। अफगानिस्तान को सुपर-4 में क्वालिफाई करने के लिए 3 गेंदों में महज एक छक्के की जरूरत थी, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। अफगानिस्तान की टीम इस हार के बाद एशिया कप से बाहर हो गई है, जबकि श्रीलंका और बांग्लादेश ने सुपर-4 के लिए क्वालिफाई कर लिया है।
नहीं पता था ये नियम?
अफगानिस्तान की इस हार पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। अगर वह 37.1 ओवर के बाद अगली तीन गेंदों में एक भी छक्का लगा लेती तो नेट रन रेट के दम पर बांग्लादेश को पीछे कर सुपर-4 के लिए क्वालिफाई कर सकती थी, लेकिन फजलहक फारूकी तीनों गेंदों में से एक पर भी राशिद को स्ट्राइक नहीं दे सके। यानी उन्हें ये नियम शायद नहीं पता था कि वे राशिद को स्ट्राइक देकर एक छक्का लगवा देते तो न सिर्फ अफगानिस्तान मैच जीत जाती, बल्कि सुपर-4 के लिए भी क्वालिफाई कर लेती।
फारूकी शायद जीत के बारे में ही सोच रहे थे। वे अगले ओवर तक मैच को ले जाना चाहते थे जबकि वे 38 ओवर बाद जीतते तो मामला बांग्लादेश-अफगानिस्तान के बीच नेट रन रेट पर फंस जाता और इससे अफगानिस्तान को इस जीत के बाद भी कोई फायदा नहीं होता। फारूकी की कोशिश इन तीन अहम गेंदों में राशिद को स्ट्राइक देकर उनसे एक छक्का लगवाने की होती, तो अफगानिस्तान सुपर 4 में जगह बना सकती थी।