वैशाली, बिहार – 25 अप्रैल 2025:
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग जिले के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद पूरे देश में आक्रोश फैल गया है। इस जघन्य कांड ने इंसानियत को शर्मसार कर दिया है। आतंकी हमले में मारे गए निर्दोष पर्यटकों की नृशंस हत्या के विरोध में देशभर में पाकिस्तान और आतंकवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं।
जुमे की नमाज के बाद विरोध का नज़ारा
बिहार के वैशाली ज़िले में शुक्रवार को जुमे की नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय ने पाकिस्तान मुर्दाबाद और हिंदुस्तान जिंदाबाद के नारे लगाए। विरोध प्रदर्शन में बड़ी संख्या में मुस्लिम समुदाय के लोग शामिल हुए। सभी ने काले फीते बांधकर नमाज अदा की और आतंकियों के खिलाफ एकजुटता का संदेश दिया।
“आतंकवादियों का कोई धर्म नहीं होता”
हाजीपुर के रहने वाले सद्दाम मियां ने कहा – “एक बेगुनाह इंसान का कत्ल, सारी इंसानियत का कत्ल है। जो लोग ये कायराना हरकत कर रहे हैं, वे नकारा, कमीना और सुअर की औलाद हैं।” उन्होंने यह भी कहा कि आतंकवादियों को ऐसी सज़ा मिलनी चाहिए कि उनकी सात पुश्तें याद रखें।
हिन्दुस्तान के मुसलमानों की दो टूक
प्रदर्शनकारियों ने यह भी कहा कि भारत के मुसलमान देश के वफादार नागरिक हैं और किसी भी सूरत में आतंकवाद का समर्थन नहीं करते। मस्जिद में नमाज के बाद मुस्लिम समुदाय के लोगों ने कहा कि हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई – सब भाई-भाई हैं और आतंकवाद की इस साज़िश के खिलाफ सब एकजुट हैं।
आतंकियों के लिए सख्त सज़ा की मांग
इस हमले में 28 पर्यटकों की हत्या कर दी गई थी और दो दर्जन से अधिक लोग घायल हुए थे। हमलावरों ने कथित तौर पर पहले पर्यटकों से उनका धर्म पूछा और फिर AK-47 से गोलीबारी की। बैसरन घाटी में हुए इस नरसंहार ने देश को झकझोर कर रख दिया है।
बिहार के मुसलमानों ने इस कायराना हमले की खुलकर निंदा की और एक स्वच्छ, शांतिपूर्ण भारत के लिए खड़े होने का संकल्प लिया।