…तो सुशील सिंह की वजह से NDA ‘औरंगाबाद-काराकाट-आरा-बक्सर’ सीट हार गई ? BJP नेता व पूर्व मंत्री का बड़ा खुलासा

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दक्षिण बिहार में भाजपा और सहयोगी दलों की करारी हार हुई है. औरंगाबाद,काराकाट, जहानाबाद, पाटलिपुत्र और सासाराम में एनडीए प्रत्याशी चारो खाने चित्त हो गए। हार की वजह दूसरे अधिक अपने ही रहे. अपनों ने ही पीठ में छूरा घोंपा. औरंगाबाद और काराकाट सीट पर एनडीए को हार मिली. इसके बाद भाजपा के अंदर ही आग भड़क गई है. दल के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री ने दल के औरंगाबाद के प्रत्याशी सुशील सिंह के खिलाफ एक बार फिर से मोर्चा खोल दिया है. उनका सीधा आरोप है कि सुशील सिंह खुद तो हारे ही, उनकी वजह से काराकाट सीट से उपेन्द्र कुशवाहा चुनाव हार गए .

भाजपा प्रत्याशी पर गंभीर आरोप

 

औरंगाबाद-काराकाट सीट पर मिली हार के बाद भाजपा नेता व पूर्व मंत्री रामाधार सिंह ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने सीधा आरोप भाजपा सांसद और औरंगाबाद से भाजपा प्रत्याशी रहे सुशील सिंह पर लगाया है. उन्होंने अपने राष्टीय अध्यक्ष जे पी नड्डा को पत्र लिखा है. साथ ही सोशल मीडिया के माध्यम से उसे जारी किया है. रामाधार सिंह कहते हैं कि सुशील सिंह के कारण औरंगाबाद, काराकाट, आरा और बक्सर के साथःसाथ सासाराम लोकसभा क्षेत्र हारना पड़ा है। औरंगाबाद से भाजपा का अस्तित्व सुशील सिंह ने समाप्त कर दिया. औरंगाबाद में हमने भाजपा को अपने खून पसीना एवं खेत बेचकर खड़ा किया था. 1995 में सुशील सिंह को हमने जमानत जप्त कराया था . उनके भाई 2010 में राजद से चुनाव लडे थे.उनको हराने का काम हमने किया था. भाजपा का हम पर बहुत उपकार है . मुझे 8 बार टिकट दिया एवं मंत्री और उपमुख्य सचेतक बनाया. ब्रेन हैमरेज होने के कारण मैं अस्वस्थ था. मैं अब स्वस्थ हो चुका हूं. फिर नए सिरे से भाजपा को औरंगाबाद में खड़ा करुंगा .

नेतृत्व कराए जांच..हमारी बात गलत है मुझे पार्टी से निकाल दें-पूर्व मंत्री

पूर्व मंत्री रामाधार सिंह आगे लिखते हैं कि सुशील कुमार सिंह ने पवन सिंह को काराकाट से खड़ा करवा कर चार लोकसभा सीट हरवाने का काम किए है. ऐसे में सुशील सिंह के विरुद्ध कठोर करवाई की जाए. साथ ही 2020 में मुझे तथा गुरुआ विधान सभा प्रत्याशी को हराने का भी जांच की जाए।सभी बिंदुओं पर जांच कमिटी बनाई जाए और मैं गलत सूचना अगर दे रहा हूं तो मुझे पार्टी से निकाल दीजिए।