मोतिहारी में चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि आजादी के बाद केंद्र की सत्ता में आई कांग्रेस ने सिर्फ एक परिवार को आगे बढ़ाने में अपना पूरा जोर लगा दिया। कांग्रेस और उसके साथियों ने मिलकर देश के 60 साल बर्बाद कर दिए। तीन-तीन पीढियों का जीवन तबाह कर दिया। आजादी के 60-70 साल बाद जब देश की जनता ने गरीब मां के बेटे को सेवा करने का अवसर दिया है। जब मोदी आया तो हर घर में शौचालय पहुंचा और बिजली पहुंची। ये मोदी है, जिसने हर घर में गैस पहुंचाने का बीड़ा उठाया, ये मोदी ही है जो हर घर तक नल का जल पहुंचाने के लिए दिन-रात मेहनत कर रहा है।
प्रधानमंत्री ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस और RJD ने आपको सिर्फ और सिर्फ तरसा कर रखा है। 60 वर्षों में इन लोगों ने बड़े-बड़े महल बना लिए, स्विस बैंकों में उनके अकाउंट खुल गए। आपके पास पेट भरने को अन्न नहीं था, लेकिन इन लोगों की तिजोरियां और अलमारी नोटों की गड्डियों से भरी हुई हैं। आपके बच्चों के पास पढ़ने के लिए स्कूल नहीं था, लेकिन इनके बच्चे विदेशों में जाकर पढ़ते रहे। गरीब परेशानी और मुश्किल में था, लेकिन इन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता था।
उन्होंने कहा कि देश में गरीब की पूछ तब शुरू हुई, जब गरीब का यह बेटा प्रधान सेवक के रूप में आपकी सेवा में खपने लगा। पिछले 10 साल में मोदी का बहुत सारा समय पिछली सरकारों के गड्ढे भरने में निकल गया है। जो काम 10 वर्षों में हुआ है, अब उससे ज्यादा काम अगले 5 वर्षों में होगा। यह मोदी की गारंटी है। इन लोगों के पास इस चुनाव में मोदी को गाली देने के सिवाय कोई और मुद्दा नहीं है। कोई कह रहा है कि मोदी की कब्र खोदेंगे… कोई कह रहा है कि मोदी को गाड़ देंगे… कांग्रेस के शहजादे मोदी की आंखों में आंसू देखना चाहते हैं।
पीएम मोदी ने कहा कि अरे इंडी वालों! अपनी मनमानी से, आपकी इच्छा से अब देश नहीं चलता। इंडी वालों की आंखों में भले ही मोदी खटकता हो… लेकिन देश के दिल में मोदी है… हर दिल में मोदी है! मैंने सुना है कि यहां कोई घूम-घूमकर कह रहा है कि 4 जून के बाद वह मोदी को bed rest दे देगा। मेरी तो यही कामना है कि देश के किसी भी नागरिक को bed rest की ज़रूरत न पड़े। देश का हर नागरिक ऊर्जा से और उत्सव से भरा हो।
प्रधानमंत्री ने कहा कि, देखिए ये कैसे लोग हैं, प्रभु रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के कार्यक्रम का मंदिर वालों ने उनके घर जाकर निमंत्रण दिया कि आप प्राण प्रतिष्ठा में आइए। लेकिन, इन्होंने रामलला की प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण ठुकरा दिया। ये ऐसे लोग हैं कि एक इंसान, जिसे अदालत ने चोरी करने के गुनाह में सजा दी है, जो जेल काट रहा है, बीमारी के कारण उसे घर आने का अवसर मिला है। उसके घर जाकर इन्हें बढ़िया-बढ़िया खाना पकाकर खाने की फुर्सत है, लेकिन इनके पास रामलला के यहां जाने की फुर्सत नहीं है।