SORRY मम्मी-पापा..बिहार के युवक ने उठाया खौफनाक कदम, कारण जान हो जाएंगे हैरान

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कमरे से शव बरामद: घटना इस्लामपुर थाना क्षेत्र की बतायी जा रही है. सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को युवक के कमरे से बरामद कर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया. परिजनों से घटना की जानकारी लेने के बाद कार्रवाई कर रही है.

क्यों की आत्महत्या?: मृतक की पहचान इस्लामपुर निवासी दयानंद प्रसाद के 23 वर्षीय पुत्र विपीन कुमार के तौर पर हुई है, जो प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी करता था. बताया जाता है कि पुलिस की परीक्षा में असफल हो गया था लेकिन परिजन कुछ नहीं बोल रहे हैं. सदर अस्पताल पहुंचे मृतक के बड़े भाई नवीन कुमार ने बताया कि बुधवार की सुबह तक कमरे से बाहर नहीं आया था.

“सुबह बहन उठाने गई तो दरवाजा खटखटाने पर नहीं खोला. इसके बाद मैं गया तो दरवाजा को तोड़कर देखा. विपीन कमरे में फंदे से लटका हुआ था. हाथ पैर रस्सी से बंधा हुआ था. एक पेपर पर लिख था कि मैं अपने परिवार के लिए बोझ बन चुका हूं.” नवीन कुमार, मृतक का भाई

नोट्स में क्या लिखा? पुलिस ने कमरे से जो नोट्स बरामद की है उसमें विपीन ने अपना दर्द लिखा है. उसने जान देने के कई कारण बताए जो हैरान करने वाला है. उसने पुलिस से अपील भी की है कि उसके परिवार को परेशान नहीं किया जाए.

“हो सके तो मुझे माफ कर दीजिएगा. ये जो कदम मैने उठाया है खुदकुशी का यह माफी के लायक तो नहीं है पर मैं मजबूर हूं. जिस उम्र में मां-बाप का सहारा बनना था. उस उम्र में मैं उनका बोझ बन गया. मेरे दुनिया छोड़ने के कई कारण हैं.”

  • बेरोजगारी
  • घर का बोझ बने रहना
  • घर में बार-बार मेरी शादी कर देने का इरादा बनाना

विपीन कुमार ने लिखा कि ‘प्रशासन से अनुरोध है कि मेरे जाने के बाद मेरे परिवार को किसी तरह का टॉर्चर या पूछताछ नहीं किया जाए. मेरा फोन पे एवं गुगल पे नंबर XXXXXX है.’

पुलिस को रिपोर्ट का इंतजार: इधर, इस मामले में पुलिस का कहना है कि पीड़ित परिवार की ओर से कोई लिखित शिकायत नहीं मिली है. पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही मौत का कारण स्पष्ट होगा. युवक मरने से पहले हाथ पैर को बांध फंदे से लटककर जान दे दी है.

“युवक ने खुदकुशी का लाइव वीडियो भी बनाया लेकिन उसमें कुछ नहीं बोल रहा है. लिखित नोट्स में पुलिस की नौकरी में असफल होने के साथ परिवार वालों द्वारा शादी का दवाब बनाने का जिक्र है. फोरेंसिक की टीम मोबाइल जब्त कर मामले की जांच चल रही है.” -अनिल कुमार पांडे, इस्लामपुर थानाध्यक्ष

आत्महत्या समधान नहीं: आत्महत्या करना किसी परेशानी का निदान नहीं है. परेशानी और तनाव से जूझ रहे हैं तो किसी से बात करें जो आपकी बातों को समझ सके. सही समय पर मदद लेने से स्थिति बेहतर हो सकती है. इससे आत्महत्या जैसी दुखद घटनाओं को रोका जा सकता है. इसलिए पुलिस और अन्य संस्थान के द्वारा हेल्पलाइन नंबर जारी किया जाता है. किसी भी तरह की मदद के लिए यहां संपर्क कर सकते हैं.

  • स्नेहा फाउंडेशन हेल्पलाइन नंबर- 04424640050 (24×7 उपलब्ध)
  • जीवनआस्था हेल्पलाइन – 18002333330
  • टेलिमानस हेल्पलाइन नंबर- 1800914416
  • iCall, TISS (टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंसेज)- 9152987821
  • ईमेल- icall@tiss.edu
  • फेसबुक- iCALL Psychosocial Helpline
  • एक्स- @iCALLhelpline
  • NIMH हेल्पलाइन : 988
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