लोकसभा चुनाव को लेकर आयोजित एक जनसभा में सपा प्रत्याशी रुचि वीरा ने पुलिस को लेकर एक विवादित बयान दिया है। दरअसल, अखिलेश यादव की मुरादाबाद में होने वाली जनसभा में उनके पहुंचने से पहले सपा प्रत्याशी रुचि वीरा ने जनसभा को संबोधित किया था। इसी दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों से औकात में रहने की बात कही। इस दौरान उन्होंने पुलिस अधिकारियों से कहा कि तुम अपनी नौकरी से वफादारी नहीं कर रहे हो, तुम अपने देश से वफादारी नहीं कर रहे हो।
कार्यकर्ताओं को रोकने का आरोप
बता दें कि रुचि वीरा ने पुलिस अधिकारियों पर सपा और कांग्रेस कार्यकर्ताओं को जनसभा स्थल तक नहीं आने देने का आरोप लगाते हुए ये बात कही। दरअसल, आज मुरादाबाद के GIC मैदान में सपा प्रमुख अखिलेश यादव एक जनसभा को संबोधित करने आ रहे हैं। बारिश के चलते कार्यक्रम कई घंटे लेट हो गया। जनसभा को संबोधित करने के दौरान रुचि वीरा ने मंच से चीखकर पुलिस अधिकारियों पर सपा और कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को जनसभा स्थल से भगाने का आरोप लगाया।
मंच से क्या बोलीं रुचि वीरा?
जनसभा को संबोधित करने के दौरान रुचि वीरा ने कहा कि “मैं अपनी आंखों से खुद देख पा रही हूं, पूरे रास्ते में बैरिकेटिंग की गई है। बसों को सीमाओं पर रोका गया है। यहां के पुलिस अधिकारी मेरे लोगों को, सपा के लोगों को, कांग्रेस के लोगों को यहां से हटाने का काम कर रहे हैं। मैं कहना चाहती हूं अपनी औकात में रहो, तुम भारतीय जनता पार्टी का एजेंट बनने का काम मत करो, दलाल बनने का काम मत करो। तुम्हारे ऊपर लानत है, तुम जनता के सेवक हो, तुम्हारी जिम्मेदारी बनती है, तुम अपनी नौकरी के साथ वफादारी नहीं कर रहे हो, तुम देश के साथ वफादारी नहीं कर रहे हो।” रुचि वीरा ने कार्यकर्ताओं ने कहा कि “तुम सब यहीं डटे रहो अगर यहां से कोई जाएगा तो वो मेरे सीने पर पैर रखकर जायेगा।”