रोहतास में मां दुर्गा का खास पंडाल, कैलाश पर्वत पर विराजमान रहेंगे शिव, जटा से निकलेंगी मां गंगा

IMG 5140 jpeg

बिहार के रोहतास में भी तार बंगला में देवी दुर्गा का बड़ा ही खूबसूरत भव्य पंडाल बनाया गया है. पंडाल में प्रवेश करते ही ठंड का अहसास होगा. यह पंडाल पूरी तरह से वातानुकूलित होगा. गुफा के रास्ते से जाकर लोग साक्षात मां दुर्गा के दर्शन करेंगे.

10 लाख की लागत से बना पंडाल: रोहतास के डेहरी में 10 लाख की लागत से कैलाश पर्वत की तर्ज पर गुफा बनाई गई थी. कैलाश पर्वत की तर्ज पर बनाई गई गुफा में आने वाले भक्तों को तीन धाम के मां दुर्गा के दर्शन होगा. छात्र नवयुवक संघ के द्वारा पिछले 45 सालों से यहां मां दुर्गे की प्रतिमा स्थापित की जाती है. इस बार यहां वातानुकूलित पंडाल तो बनाया ही जा रहा है. कैलाश पर्वत की शिखर पर भगवान भोले विराजमान रहेंगे और उनकी जटा से गंगा निकलेंगी और नीचे बने पोखर में गिरेगी.

गंगा जमुनी तहजीब: छात्र नवयुवक संघ तार बंगला में हिंदू मुस्लिम एकता की अनोखी मिसाल पेश करता है पूजा कमेटी में कई मुस्लिम युवक भी हैं जो हर साल पूजा पंडाल में सहयोग करते हैं. कमेटी के अजय कुमार बताते हैं कि इस कमेटी की सबसे खासियत यह है कि दुर्गा पूजा के दौरान यहां दूसरे समुदाय के लोग भी सहयोग करते हैं. कमेटी में मुसलमान को भी अध्यक्ष और उपाध्यक्ष का पद दिया जाता है. यहां गंगा जमुना तहजीब और हिन्दू मुस्लिम एकता व भाईचारे की मिसाल कायम करते हैं.

“पिछले 45 सालों से लगातार यह पूजा पंडाल स्थापित किया जाता है. इस बार कैलाश पर्वत का स्वरूप दिया गया है. शिखर पर भगवान शिव विराजमान होंगे. वहीं गुफा के रास्ते तीन धाम के दर्शन करते हुए भक्त देवी दुर्गा तक पहुंचेंगे और मां की आराधना करेंगे.” -रोशन कुमार

गया के कारीगर बना रहे पंडाल: बता दें कि यह भव्य पंडाल गया के कारीगरों के द्वारा विगत 17 सितंबर से ही बनाया जा रहा है. इस पंडाल को बनाने में 10 कलाकारों की टीम लगी है और आज सप्तमी को अंतिम रूप देंगे. वहीं शाम को देवी दुर्गा का पट खुलेगा और श्रद्धालु देवी दुर्गा के दर्शन करेंगे.