बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर से गिरा ‘स्पाइडर मैन’ चोर, दो दांत टूटकर गिरे; 400 अस्पताल खंगालने के बाद पुलिस ने दबोचा
मुंबई के बोरीवली में पुलिस ने ‘स्पाइडर मैन’ चोर को गिरफ्तार किया है। चोर की गिरफ्तारी के लिए पुलिस ने करीब 400 अस्पताल खंगाले, जिसके बाद उसे गिरफ्तार करने में सफलता मिली। रिपोर्ट्स के मुताबिक, चोरी करने के बाद भागने की कोशिश कर रहा ‘स्पाइडर मैन’ चोर एक बिल्डिंग के दूसरे फ्लोर से गिर गया। इस दौरान उसके दो दांत टूट गए, गर्दन में चोट आई और पैर फ्रैक्चर हो गया।
बताया जा रहा है कि घटनास्थल पर मिले दो टूटे दांतों की मदद से एमएचबी कॉलोनी पुलिस ने ‘स्पाइडर मैन’ चोर को 4 महीने बाद गिरफ्तार किया। गिरफ्तार चोरी के आरोपी की पहचान 29 साल के रोहित राठौड़ के रूप में हुई है। पुलिस के मुताबिक, दहिसर में रोहित के घर से उसे गिरफ्तार करने से पहले शहर के 400 से अधिक अस्पतालों की तलाशी ली। इससे हमें चोरी के दो मामलों को सुलझाने में मदद मिली है।
पुलिस ने बताया कि रोहित राठौड़ आदतन अपराधी है जिसके नाम पर चोरी के 19 मामले दर्ज हैं। डीएन नगर, कांदिवली, बोरीवली, वकोला, सांताक्रूज़, दहिसर, कस्तूरबा मार्ग और अन्य समेत कई पुलिस स्टेशन की टीम रोहित को पहले भी गिरफ्तार कर चुकी है। वो एक साल तक वकोला पुलिस स्टेशन से ‘तड़ीपार’ रहा था।
22 जून को फ्लैट में चोरी करने घुसा, गिरा तो टूटे दांत
पुलिस ने बताया कि 22 जून को दहिसर पश्चिम के महात्रेवाड़ी में राजाराम तावड़े रोड पर अर्पिता अपार्टमेंट की दूसरी मंजिल के एक फ्लैट में रोहित चोरी करने पहुंचा। 32 साल के एक शख्स ने उसे घुसते देखा तो पुलिस को जानकारी दी। उधर, चोरी के बाद रोहित ने किचन की खिड़की से बाहर देखा और छलांग लगा दी। जोन 11 के डीसीपी अजयकुमार बंसल और सीनियर इंस्पेक्टर सुधीर कुडालकर के मार्गदर्शन में एपीआई सूर्यकांत पवार और पीएसआई अखिलेश भोम्बे के साथ जांच शुरू की गई।
जांच पड़ताल के दौरान अपार्टमेंट में दो टूटे हुए दांत और खून के धब्बे पाए गए। सीसीटीवी फुटेज की समीक्षा करने पर आरोपी को दूसरे फ्लोर से गिरते हुए देखा गया। गिरने के दौरान उसके दो दांत टूट गये और उसका एक पैर टूट गया। गिरने के बाद रोहित खुद को घसीटते हुए कैंपस की दीवार के पास गया और थोड़ी देर बाद भाग गया।
अंधेरे के कारण उसका चेहरा सीसीटीवी फुटेज में दिखाई नहीं दे रहा था। घायल होने और मेडिकल ट्रीटमेंट की जरूरत के कारण पुलिस ने उसे दबोचने के लिए टीमें बनाईं और कई अस्पतालों की जांच की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिला। फिर एक कांस्टेबल को रोहित की तलाश के लिए रोजाना शहर के विभिन्न अस्पतालों में जाने की जिम्मेदारी सौंपी गई। पिछले हफ्ते, कांस्टेबल ने उसे वकोला के एक अस्पताल में पाया जहां उसका इलाज चल रहा था। पुलिस के मुताबिक, अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद रोहित घर आया, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।
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