तमिलनाडु के रामेश्वरम के 3 मछुआरे कच्चातिवु द्वीप के पास समुद्र में श्रीलंकाई नौसेना के हमले में घायल हो गए हैं। मछुआरा संघ द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, ये मछुआरे सोमवार दोपहर मछली पकड़ने समुद्र में गए थे और मंगलवार तड़के समुद्र में उन पर हमला किया गया। घायलों की पहचान थंगाचीमादम के 53 वर्षीय मैकिना, नेताजी नगर के 56 वर्षीय राजेंद्रन और रामेश्वरम के 51 वर्षीय थंगम के रूप में हुई है। बता दें कि श्रीलंका के नौसैनिक अक्सर समुद्री क्षेत्र के उल्लंघन का आरोप लगाकर भारतीय मछुआरों पर लगाम कसने की कोशिश करते रहते हैं।
हमले में एक मछुआरा गंभीर रूप से घायल
मछुआरा संघ के नेता एंटनी डोमिनिक ने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना जानबूझकर तमिलनाडु के भारतीय मछुआरों को निशाना बना रही है। उन्होंने कहा कि इसका मकसद समुद्र में जाने वाले मछुआरों के बीच भय का माहौल पैदा करना है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, श्रीलंकाई नेवी के हमले में घायल राजेंद्रन की हालत गंभीर है। बताया जा रहा है कि उनके सिर पर चोट लगी है। हमले में घायल हुए तीनों मछुआरा का इलाज रामेश्वरम जनरल हॉस्पिटल में चल रहा है। डोमिनिक ने कहा कि श्रीलंकाई नौसेना ने कच्चातिवु के पास समुद्र से मछुआरों को भगा दिया था।
बुरे दिनों में भारत ने की थी श्रीलंका की मदद
बता दें कि श्रीलंका में साल 2022 में एक बड़ा आर्थिक संकट देखने को मिला था जिसके चलते देश की जनता की मूलभूत जरूरतें तक पूरी नहीं हो पा रही थीं। संकट के उस समय में भारत ने खुले दिल से अपने पड़ोसी की मदद की थी और खाद्यान्नों के अलावा तमाम जरूरी चीजें मुहैया कराई थीं। श्रीलंका के कई बड़े नेताओं ने भारत के इस बड़प्पन को कई मंचों से सराहा भी है। हालांकि श्रीलंका की नेवी की हरकत को देखकर लगता है कि भारत का यह पड़ोसी अपने पुराने दिन धीरे-धीरे भूलने लगा है। दरअसल, इससे पहले भी श्रीलंकाई नेवी द्वारा इस तरह की हरकतें सामने आई हैं।