भागलपुर। सृजन घोटाला में जेल में बंद कारोबारी एनवी राजू बुधवार शाम बेऊर जेल से बाहर निकल आया। वह 24 फरवरी 2022 से जेल में था। बुधवार को स्पेशल जज सीबीआई-2 सुनील कुमार ने उनके बेलबांड की जांच की और जमानतदारों के परीक्षण के बाद बेऊर जेल प्रशासन को कारा से मुक्त करने का आदेश दिया। उन पर आठ मामले सीबीआई ने दर्ज किए थे। जिसमें दो मामले में सुप्रीम कोर्ट और छह मामले में हाईकोर्ट से राहत मिली है। जेल से निकलने के बाद एनवी राजू अपने पैतृक घर ओडिसा रवाना हो गए। राजू के जेल से बाहर आने की खबर से बैंक और बाजार में हलचल तेज हो गई है। सभी की नजर राजू की अगली कार्रवाई पर टिकी है।
जेल से बाहर आए कारोबारी ने पत्रकारों को बताया कि उनकी प्राथमिकता अभी घर-परिवार के साथ रहना है। भागलपुर में उनकी इलेक्ट्रानिक दुकान मे. कलिंगा सेल्स से काफी लोगों ने उधारी लेकर टीवी, फ्रिज, एसी और अन्य उपकरण लिए थे। जो उनके जेल जाने के बाद से क्रेताओं ने दबा लिया है। ऐसे लोगों में दर्जनों की संख्या में सरकारी अधिकारी और कर्मचारी के अलावा कई सफेदपोश भी हैं। इन लोगों का लिस्ट उनके पास है। ऐसे लोगों से बकाये की वसूली के लिए कानूनी कार्रवाई भी करेंगे। राजू के जेल जाने के बाद से बैंकों ने उनकी आधा दर्जन से अधिक संपत्तियां नीलाम कर दी है। बैंकों ने नीलामी के दौरान कई कानूनी गलतियां भी की। जिसका फायदा लेकर अब कारोबारी डूबी संपत्तियां हासिल करने के लिए जुटेगा। बता दें कि राजू के जेल जाते ही बूढानाथ के पास एक दारोगा ने खुद की वेतन पंजी पर ऋण लेकर रिश्तेदार के नाम उसकी जमीन खरीद ली। अंग अपार्टमेंट स्थित फ्लैट, बाजार में दो जगह के कामर्शियल कॉम्प्लेक्स आदि की नीलामी कर बैंक ने एनपीएस खाता एडजस्ट किया है। राजू मार्च के बाद भागलपुर आएगा।