भागलपुर। सृजन घोटाले की जांच कर रही सीबीआई ने नजारत में रहे पूर्व प्रधान नाजिर ओम श्रीवास्तव पर हुई कार्रवाई की रिपोर्ट मांगी है, जिसे उन्हें सौंप दिया गया है।
जिला प्रशासन ने सीबीआई को बताया कि ओम श्रीवास्तव सेवा से बर्खास्त किए गए हैं। जिला स्थापना से सीबीआई को भेजे गए जवाब में बतौर सबूत बर्खास्तगी आदेश की कॉपी अटैच की गई है।
सृजन घोटाला की जांच में ओम श्रीवास्तव की भूमिका संदेहास्पद पाते हुए सीबीआई ने जिला प्रशासन को अनुशासनिक कार्रवाई करने को कहा था। जिसके बाद ओम श्रीवास्तव निलंबित किए गए और बीते साल बर्खास्त कर दिए गए थे। जिला नजारत से 12 करोड़ रुपये सृजन के खाते में गलत तरीके से ट्रांसफर को लेकर हुई पहली एफआईआर में ओम श्रीवास्तव प्रमुख गवाह थे।
सीबीआई ने कई मर्तबा उनसे दिल्ली और पटना में पूछताछ की थी। पूर्व सहायक नाजिर अमरेंद्र यादव (अभी जेल में बंद) की संलिप्तता के ठोस सबूत मिलने पर सीबीआई ने नामजद किया, पर ओम श्रीवास्तव के खिलाफ घोटालेबाजों से पैसों के लेनदेन के सबूत नहीं मिले थे। लेकिन कैशबुक में लापरवाही को लेकर जिला प्रशासन को विभागीय कार्यवाही करने का निर्देश दिया था।