भागलपुर। सूबे के राजस्व मंत्री सह भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. दिलीप जायसवाल ने एक बार फिर राजस्व विभाग की छवि को लेकर बात की है। उन्होंने कहा कि उन्हें दुख के साथ कहना पड़ रहा है कि राजस्व विभाग पहले काली कोठरी थी। इस विभाग में खेला होता था। ट्रांसफर-पोस्टिंग में दुकानदारी होती थी।
डॉ. जायसवाल सोमवार की शाम को भागलपुर पहुंचे थे। उन्होंने ये बातें सर्किट हाउस में आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में कहीं। डॉ. जायसवाल ने कहा कि कार्यभार संभालने के बाद अब तक उन्होंने 37 सीओ को सस्पेंड सहित 82 पर कार्रवाई की है। अब तक सभी सीओ और आरओ अपनी सर्विस बुक अपने पास रखते थे। सभी का सर्विस बुक विभाग में मंगाया गया है। 534 सीओ और 1100 अन्य पदाधिकारियों ने समयबद्ध तरीके से फाइल जमा नहीं की। इसलिए 189 का वेतन नवंबर से बंद कर दिया है। मंत्री ने कहा कि भागलपुर आते ही उन्होंने जिले में राजस्व विभाग की समीक्षा की। जिले में कुछ ऐसे अंचल हैं, जहां फाइलें लंबित हैं। ऊपर के अधिकारियों के स्तर पर पेंडेंसी है। एक महीने का समय अधिकारियों को दिया गया है। गुणवत्तापूर्ण तरीके से निष्पादन नहीं किया तो संबंधित अधिकारी निश्चित रूप से नपेंगे। मंत्री ने कहा कि अधिकारियों को स्पष्ट संदेश है कि मेरी कलम से कोई बख्सा नहीं जाएगा।
डिप्टी सीएम से लेकर मंत्री को निर्देश है, दरवाजा खुला रखें
डॉ. जायसवाल ने कहा कि भाजपा का प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते उन्होंने पार्टी से बने डिप्टी सीएम से लेकर सभी मंत्रियों तक को निर्देश दिया है कि अपना दरवाजा सभी के लिए खुले रखें। बतौर प्रदेश अध्यक्ष हमारे दरवाजे भी कार्यकर्ताओं के लिए 24 घंटे खुले हैं। पटना में रहने वाले पार्टी के नेताओं को भी संदेश है कि पंचायत और शक्ति केन्द्र तक पहुंचें। धरातल पर काम करें। जो बुजुर्ग कार्यकर्ता हैं उन्हें भ्सम्मान मिलेगा। प्रेस कांफ्रेंस में एमएलसी डॉ. एनके यादव और जिलाध्यक्ष संतोष कुमार भी मौजूद थे।
कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष का किया जोरदार स्वागत
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद डॉ. दिलीप जायसवाल पहली बार भागलपुर पहुंचे थे। सर्किट हाउस में कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर एमएलसी पूर्व जिलाध्यक्ष रोहित पाण्डेय, प्राणिक वाजपेयी, रंजन सिंह, दीपक सिंह, मनीष दास, रौशन सिंह सहित अन्य भाजपा नेता मौजूद थे।