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STF को आपराधिक गतिविधियों पर अंकुश लगाने में मिली बड़ी कामयाबी

ByLuv Kush

मार्च 12, 2025
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बिहार में अपराध पर नकेल कसते हुए स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ने बीते तीन महीनों में कई संगठित आपराधिक वारदातों को अंजाम देने से पहले ही विफल कर दिया है। दिसंबर 2024 से फरवरी 2025 के बीच हत्या, लूट और डकैती के 16 से अधिक मामलों में अपराधियों को योजना बनाते ही दबोच लिया गया। खासकर संभावित हत्याओं से जुड़े 11 मामलों में एसटीएफ की सतर्कता ने कई निर्दोष लोगों की जान बचाई।

एसटीएफ ने गुप्तचर नेटवर्क, तकनीकी विश्लेषण और जनता के सहयोग के जरिए इन अपराधियों की योजनाओं का समय रहते पता लगा लिया और कार्रवाई को अंजाम दिया। दिसंबर और जनवरी में चार-चार वारदातों को नाकाम किया गया, जबकि फरवरी में 8 से अधिक मामलों में अपराधियों को वारदात से पहले ही गिरफ्तार कर लिया गया।

हत्या और लूट की बड़ी वारदातें हुई विफल

पुलिस मुख्यालय से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार,

  • दिसंबर 2024 में 4 वारदातें रोकी गईं, जिनमें 2 हत्या और 2 लूट या डकैती के मामले शामिल थे।
  • जनवरी 2025 में 3 हत्या और 2 लूट या डकैती की साजिश विफल की गई।
  • फरवरी 2025 में हत्या के 6 और लूट या डकैती के 2 मामले अपराधियों को दबोचकर रोके गए।

इस तरह, तीन महीनों में एसटीएफ ने 16 से अधिक संगठित अपराधों को रोकने में सफलता हासिल की, जिससे राज्य में अपराध पर लगाम लगाने में बड़ी कामयाबी मिली है।

एसटीएफ की हाई-टेक रणनीति से टूटा अपराधियों का नेटवर्क

एसटीएफ ने अपराधियों तक पहुंचने के लिए तकनीकी निगरानी, खुफिया जानकारी और स्थानीय नेटवर्क का इस्तेमाल किया। गुप्तचर सूत्रों से मिले इनपुट और अपराधियों की डिजिटल गतिविधियों पर नजर रखते हुए उनके ठिकानों पर छापेमारी की गई। किसी भी वारदात के बाद, एसटीएफ की विशेष टीमें अपराधियों के संभावित ठिकानों और गिरोहों की हर हरकत पर कड़ी निगरानी रखती हैं।

अपराधियों की साजिशों को समय रहते ऐसे किया गया नाकाम

  • 4 दिसंबर: पटना के टॉप-10 अपराधियों में शामिल पंकज राय को दीघा से अवैध हथियारों के साथ गिरफ्तार किया गया। वह बिल्ला गैंग के सदस्य दीपक राय की हत्या की योजना बना रहा था।
  • 12 दिसंबर: झारखंड के चतरा जिले से अंतरराज्यीय इनामी अपराधी अजय पासवान को अवैध हथियारों के साथ दबोचा गया। वह अपने गैंग के साथ बैंक डकैती की साजिश रच रहा था।
  • 8 जनवरी: गया में एक ज्वेलरी दुकान लूटने की योजना बना रहे अपराधी प्रकाश कुमार और उसके दो सहयोगियों को गिरफ्तार किया गया।
  • 7 फरवरी: पटना के मोकामा से शुभम कुमार और उसके गैंग के अन्य सदस्यों को गिरफ्तार किया गया। वे मोटरसाइकिल सवार दो लोगों की हत्या की योजना बना रहे थे।
  • 17 फरवरी: पटना के कुख्यात अपराधी शालू उर्फ फ्रैक्चर, चांद, अभिषेक और बंटी खान को सोनार टोली से दबोचा गया। ये पटना सिटी में एक बड़ी लूट की साजिश रच रहे थे और रंगदारी वसूलने के लिए इलाके में फायरिंग कर दहशत फैला चुके थे।

बिहार में अपराध पर सख्ती जारी

एसटीएफ की इस कार्रवाई से स्पष्ट है कि बिहार में अपराधियों के लिए अब बचना आसान नहीं होगा। अत्याधुनिक तकनीकों और गुप्त सूचनाओं के सहारे एसटीएफ ने हत्या, लूट और डकैती की बड़ी साजिशों को अंजाम से पहले ही ध्वस्त कर दिया। आने वाले दिनों में भी एसटीएफ अपराधियों के खिलाफ अपनी सक्रियता और तेज करेगी, जिससे राज्य में कानून व्यवस्था और मजबूत होगी।


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