मुजफ्फरपुर जिले के बिजली विभाग के नए-नए कारनामे देखने को मिल रहे हैं। कभी मजदूर को 31 लाख़ का बिल भेजने के बाद बिजली काट दी जाती है तो अब एक एमआर के नौकरी करने वाले एक युवक को बिजली विभाग ने एक महीने का बिल 52 लाख़ थमा दिया है। यहीं नहीं बिजली बिल का भुगतान नहीं करने पर बिजली काट दी गई है।
बताते चलें कि नया मामला मुजफ्फरपुर जिले के मनियारी थाना क्षेत्र के हरिशंकर मनियारी का है। जहाँ के रहने वाले हरेश कुमार जो एमआर का काम करते हैं उनको बिजली विभाग ने एक महीने का बिल 52 लाख़ 43 हज़ार 327 रुपए का बिल भेजने के बाद उनके घर की बिजली काट दिया है। जिसके बाद पीड़ित अब विभाग का चक्कर लगा रहे हैं। मामले को पीड़ित हरेश कुमार ने बताया कि 6 जून को बिजली विभाग द्वारा एप पर बताए गए 188 रुपए का मै भुगतान कर दिया था। पीछे का भी जितना भी बिल बिजली विभाग द्वारा बताया गया। उसको भी ऑन लाइन मेरे द्वारा जमा कर दिया गया।
इसके बाद 27 जून को मेरे घर का लाइट कट गया तो मुझे लगा कि रिचार्ज खत्म हो गया होगा तो मैंने 500 का रिचार्ज किया। लेकीन कई घंटों के बाद भी जब बिजली नहीं आई तो मैंने जब एप खोल कर देखा तो मेरे होश उड़ गए। बिजली विभाग के द्वारा मुझे 52 लाख़ 43 हज़ार 327 रुपए का बिजली बिल भेजा गया था। जिसके बाद मैने पूरे मामले से विभाग को अवगत कराया। लेकीन जब मामले में किसी तरह का संज्ञान नहीं लिया गया तो फिर सहायक विद्युत अभियंता को मैने पूरे मामले को लेकर आवेदन सौंपा है।
मामले को लेकर जब बिजली विभाग के एसडीओ से बातचीत की गयी तो उन्होने बताया कि कुछ टेक्निकल प्रोब्लम के कारण बिल में त्रुटि हुई है। जॉच कर कार्रवाई की जा रही है और जल्द ही त्रुटि को ठीक कर दिया जायेगा। लेकीन इन तमाम बातों के बीच सवाल यह उठता है कि जो उपभोक्ता तमाम बिजली बिल का भुगतान कर चुका है। आज वह बिजली विभाग के लापरवाही के कारण अंधेरे में रहने को मजबूर हैं।