कर्नाटक हाई कोर्ट में अजीबो-गरीब वाक्या लाइव स्ट्रीमिंग के जरिए हो रही थी सुनवाई, चल गई अश्लील फिल्म

कर्नाटक हाई कोर्ट ने हाल ही में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के मिसयूज के बाद अपनी अदालती कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग को सस्पेंड करने का फैसला किया. अदालत ने ये फैसला उस घटना के बाद लिया जब एक केस की सुनवाई के दौरान अश्लील फिल्म चल गया. हैरत की बात ये है कि ये अश्लील फिल्म 6 कोर्ट रूम एक साथ चली.

karnatakaरिपोर्ट के मुताबिक, कुछ अज्ञात लोगों ने सोमवार (04 दिसंबर) को कोर्ट के जूम मीटिंग प्लेटफॉर्म पर लॉग इन किया और लगभग छह कोर्ट रूम में कार्यवाही के दौरान अश्लील फिल्म चला दी. इसके बाद मंगलवार (05 दिसंबर) को भी उपद्रवियों ने इसी तरह का काम किया. जिससे अदालत को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग और लाइव स्ट्रीमिंग सिस्टम को अस्थाई रूप से बंद करना पड़ा.

तीन पीठों की अदालती कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग सस्पेंड

इस घटना के बाद बेंगलुरु, धारवाड़ और कालाबुरागी में उच्च न्यायालय की तीनों पीठों में अदालती कार्यवाही की लाइव स्ट्रीमिंग निलंबित कर दी गई. मुख्य न्यायाधीश पीबी वराले ने मंगलवार, 5 दिसंबर को अदालत में इस फैसले की घोषणा की.

क्या कहा चीफ जस्टिस पीबी वराले ने?

बार एंड बेंच के मुताबिक चीफ जस्टिस पीबी पराने ने कहा, “हम सभी लाइव स्ट्रीमिंग रोक रहे हैं. वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की भी हम अनुमति नहीं दे रहे हैं. दुर्भाग्य से कुछ शरारत की जा रही है. ये टेक्नोलॉजी या कुछ लोगों की ओर से किया गया कृत्य हो सकता है. ऐसी स्थिति होना दुर्भाग्यपूर्ण है.

नहीं तो कर्नाटक उच्च न्यायालय हमेशा बड़े पैमाने पर जनता के लिए प्रौद्योगिकी का उपयोग करने के पक्ष में था. कृपया सहयोग करें, कृपया अपने सहकर्मियों से अनुरोध करें कि वे कंप्यूटर टीम, रजिस्ट्री के पास न जाएं. यह व्यवस्था का नहीं बल्कि संस्था का हित है. भले ही प्रेस के कुछ सदस्यों को जानकारी न हो. कृपया उन्हें बताएं. आपको सहयोग करना होगा.”

Rajkumar Raju: 5 years of news editing experience in VOB.