सुरक्षा बलों को कार्रवाई की खुली छूट, आतंकवाद के खिलाफ सख्त रुख
नई दिल्ली – पहलगाम आतंकी हमले के बाद देश की सुरक्षा नीति को लेकर केंद्र सरकार ने बड़ा फैसला लिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को एक उच्च स्तरीय बैठक में तीनों सेनाओं के प्रमुखों, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ की मौजूदगी में स्पष्ट कहा कि “आतंकवाद को करारा जवाब देना हमारा राष्ट्रीय संकल्प है। सुरक्षाबल स्वतंत्र हैं और उन्हें कार्रवाई की खुली छूट है।”
सूत्रों के मुताबिक, पीएम मोदी ने कहा कि आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिक्रिया कैसी होगी, इसका तरीका, लक्ष्य और समय सेना खुद तय करेगी। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में पहलगाम हमले के जिम्मेदार आतंकियों और साजिशकर्ताओं पर बड़ी सैन्य कार्रवाई संभव है।
गृह मंत्रालय में अलग बैठक, सीमाओं की सुरक्षा पर मंथन
इसी दिन केंद्रीय गृह सचिव गोविंद मोहन ने नॉर्थ ब्लॉक में बीएसएफ, एनएसजी और असम राइफल्स के महानिदेशकों के साथ उच्च स्तरीय बैठक की। इसमें मौजूदा हालात में सुरक्षा बलों की तैयारियों की समीक्षा की गई और उन्हें स्पष्ट निर्देश दिए गए कि सीमा की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
घाटी में तलाशी अभियान तेज, आतंकी ठिकानों पर छापेमारी
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों का तलाशी अभियान तेज हो गया है। डोडा ज़िले में 13 स्थानों पर छापेमारी की गई, वहीं श्रीनगर पुलिस ने 63 से अधिक स्थानों पर आतंकियों के मददगारों के खिलाफ तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान हथियार, डिजिटल डिवाइस और संवेदनशील दस्तावेज जब्त किए गए हैं।
नियंत्रण रेखा पर तनाव, लोग लौटे बंकरों में
पाकिस्तान द्वारा एलओसी पर लगातार संघर्ष विराम उल्लंघन की घटनाएं सामने आ रही हैं। मंगलवार को लगातार पांचवें दिन बारामूला, कुपवाड़ा और अखनूर सेक्टर में पाकिस्तानी सेना ने सीजफायर का उल्लंघन किया, जिसका भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
तनाव के बीच नियंत्रण रेखा से सटे कई इलाकों में स्थानीय लोग बंकरों में रहने को मजबूर हो गए हैं।