औरंगाबाद, 27 अप्रैल 2025: पाकिस्तान के पहलगाम में 26 निर्दोष लोगों की हत्या के विरोध में औरंगाबाद जिले में हिंदू समाज के लोगों ने जोरदार प्रदर्शन किया। खैरा बिंद पंचायत के मुखिया सुजीत कुमार सिंह के नेतृत्व में गांधी मैदान से एक विरोध मार्च निकाला गया। प्रदर्शनकारियों ने हाथों में बैनर-पोस्टर लेकर “पाकिस्तान मुर्दाबाद” के नारे लगाए और शहर के मुख्य मार्गों से होते हुए रमेश चौक तक मार्च किया।
पाकिस्तान में हत्याओं की कड़ी निंदा
विरोध प्रदर्शन के दौरान मुखिया सुजीत कुमार सिंह ने कहा,
“पाकिस्तान में आतंकवादियों द्वारा आम नागरिकों की निर्मम हत्या की जितनी निंदा की जाए वह कम है। यह मानवता के खिलाफ अपराध है।”
प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान सरकार और वहां फैले आतंकवाद के खिलाफ आक्रोश व्यक्त किया।
बांग्लादेशी घुसपैठ को लेकर प्रशासन पर नाराजगी
मुखिया सुजीत कुमार सिंह ने जिले में बांग्लादेशी घुसपैठियों के खिलाफ भी नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाया कि,
“बांग्लादेशी घुसपैठिये फर्जी आईडी कार्ड बनवाकर जिले में रह रहे हैं, जिससे अपराध बढ़ रहा है और स्थानीय मजदूरों को रोजगार नहीं मिल रहा।”
उन्होंने बताया कि एक सप्ताह पूर्व जिला प्रशासन को आवेदन देकर अवैध घुसपैठियों को हटाने की मांग की गई थी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी के विरोध में लोग सड़क पर उतरे हैं।
प्रशासन को दी चेतावनी
सुजीत कुमार सिंह ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन एक सप्ताह के भीतर अवैध बांग्लादेशियों की पहचान कर उन्हें जिला से बाहर नहीं करता, तो हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता स्वयं कार्रवाई करेंगे। उन्होंने कहा,
“अगर जरूरत पड़ी तो लाठी से मारकर उन्हें भगाया जाएगा। इसके लिए हमें जेल भी जाना पड़े तो हम तैयार हैं।”
केंद्र सरकार से भी की मांग
प्रदर्शन के दौरान मुखिया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि,
“हमें हथियार दिए जाएं ताकि जरूरत पड़ने पर पाकिस्तान और बांग्लादेश के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ी जा सके।”
समापन
प्रदर्शन शांतिपूर्वक समाप्त हुआ, लेकिन प्रदर्शनकारियों ने प्रशासन को स्पष्ट संदेश दे दिया कि यदि समय पर कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन और उग्र हो सकता है।