पटना: जिले के धनरूआ प्रखंड में पिछले चौबीस घंटे से बिजली आपूर्ति बंद है. इससे एक ओर पानी के लिये लोगों के बीच हाहाकार मच गया है वही, इस भीषण गर्मी में लोगों को काफी परेशानी झेलनी पड़ रही है. इस दौरान प्रखंड के बहरामपुर स्थित उच्च विधालय की एक छात्रा गर्मी की वजह से बेहोश हो गयी।
गर्मी से स्कूल में बेहोश हुई छात्रा: बता दें कि तेज बारिश के बाद धनरूआ प्रखंड के धनरूआ ,कोल्हाचक, सिराधी, बांसबिगहा और देवकुली फीडर की बिजली आपूर्ति पूर्णतः बंद हो गयी. इधर धनरूआ उपप्रमुख प्रेम कुमार समेत अन्य कुछ जनप्रतिनिधियों का आरोप है कि बिजली बंद होने की वास्तविक जानकारी के लिये जब कनीय अभियंता व सहायक अभियंता को फोन किया गया तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया।
24 घंटे से नहीं है बिजली: पूरे प्रखंड के लोग गुरुवार की शाम से ही बिजली के लिये तरस रहे हैं. बिजली नहीं होने से लोगों को पानी की भी समस्या हो रही है. इधर विधुत कनीय अभियंता पंकज कुमार ने बताया कि गुरूवार की शाम आयी बारिश के बाद प्रखंड के बरनी व चनाकी के बीच 33 केवी का 25 पोल पर लगा इंसुलेटर ब्रेकअप कर गया. जिससे धनरूआ प्रखंड की बिजली बंद हो गयी थी।
“शुक्रवार की सुबह करीब साढ़े दस बजे धनरूआ फीडर व बारह बजे कोल्हाचक फीडर की बिजली पुनः बहाल कर दी गयी. वहीं शाम चार बजे बहरामपुर व सिराधीपर फीडर की बिजली बहाल हो चुकी थी. शेष बचे देवकुली फीडर की बिजली ठीक करने में कर्मी लगे हुये हैं और अंधेरा होने के पहले वहां भी बिजली बहाल हो जायेगी.”-पंकज कुमार ,विधुत कनीय अभियंता
क्या कहना है कनीय अभियंता का: इधर कनीय अभियंता की बातों को धनरूआ प्रखंड मुख्यालय व आसपास के लोगों ने गलत बताया और कहा कि साढ़े दस बजे बिजली आयी जरूर लेकिन कुछ देर रहने के बाद कट गयी जो अभी तक गायब है. कनीय अभियंता का कहना था कि दूसरे जगह ( फीडर) की बिजली ठीक करने के लिये बिजली बंद करनी पड़ती है.इसे बिजली बंद नहीं कह सकते।
परेशानी में लोग: कुल मिलाकर प्रखंड के लोग बिजली नहीं रहने से काफी परेशान थे और उनक कहना था कि ऐसा हमेशा होते रहता है,कोई देखने वाला नहीं है.बिजली विभाग की कर्मचारियों की लापरवाही के कारण धनरूआ में 24 घंटे से बिजली नहीं है. ऐसे में आसपास के सभी स्कूलों में पढ़ने वाले छात्र-छात्रएं परेशान हैं. वहीं स्कूल में कई बच्चे भी बेहोश होकर गिर रहे हैं।