नॉर्मलाइजेशन के खिलाफ BPSC अभ्यर्थियों के हंगामे के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। गिरफ्तारी के तीसरे दिन 10 दिसंबर को दिलीप कुमार को कोर्ट से जमानत मिली थी। जमानत मिलने के दूसरे दिन 12 दिसंबर को उन्हें बेऊर जेल से रिहा किया गया। बीपीएससी परीक्षा से पहले छात्र नेता दिलीप कुमार को जेल से रिहाई से उनके समर्थक काफी खुश हैं। पिछले पिछले 5 दिन से छात्र अपने नेता दिलीप कुमार की रिहाई की मांग छात्र कर रहे थे।
जेल से बाहर निकलने के बाद दिलीप कुमार ने मीडिया से बातचीत की। कहा कि देशभर के युवाओं ने उनकी रिहाई के लिए प्रयास किये. शिक्षकों और अधिवक्ताओं का मुझे समर्थन मिला। बिना फीस के अधिवक्ता मदद के लिए खड़े हो गये थे। कोचिंग, शिक्षा और नौकरी माफिया यदि यह सोच रहे है कि जेल में बंद करने से दिलीप कुमार की आवाज बंद हो जाएगी लेकिन यह संभव नहीं है। छात्र हित में आगे भी हम मजबूती के साथ लड़ाई लड़ते रहेंगे। हम एक सेट में प्रश्न पत्र दिये जाने की मांग कर रहे थे। भ्रम तो बीपीएससी ने फैलाया है। परीक्षा से पहले मुझे षड्यंत्र के तहत जेल में बंद कर दिया गया। बीपीएससी चेयरमैन ने खुद कहा था कि तीन चार सेट में प्रश्नपत्र देंगे। वो तो खुद अफवाह फैला रहे थे। बेऊर जेल में रहकर बहुत ज्ञान मिला है।
बता दें कि 13 दिसंबर को 70वीं BPSC की होने वाली परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू होने के कथित दावे के साथ प्रदर्शन करने वाले छात्र नेता दिलीप कुमार को पटना की गर्दनीबाग पुलिस 7 दिसंबर को गिरफ्तार किया था। फेमस शिक्षक खान सर और रहमान सर को भी एक दिन पहले 06 दिसंबर शुकवार की रात को हिरासत में लिया जिन्हें बाद में छोड़ दिया गया। वही छात्र नेता दिलीप कुमार समेत 250 अज्ञात पर दंगा भड़काने का प्रयास, षडयंत्र रचने और सरकारी कार्य में बाधा डालने का मामला गर्दनीबाग पुलिस ने दर्ज किया था। जिसके बाद 7 दिसंबर दिन शनिवार को कोर्ट में पेशी के बाद छात्र नेता दिलीप कुमार को पुलिस ने जेल भेजा था।
नॉर्मलाइजेशन को लेकर भारी संख्या में अभ्यर्थी बीपीएसपी कार्यालय के समक्ष बीते शुक्रवार को पहुंचे थे और इस दौरान जमकर प्रदर्शन और नारेबाजी की थी और हंगामा भी मचाया था। इस दौरान बेली रोड पर आवागमन बुरी तरह बाधित हो गया। पुलिस कर्मियों ने अभ्यर्थियों को वहां से हटाने की कोशिश की लेकिन वो वहां से हटने को तैयार नहीं हुए जिसके बाद पुलिस ने हल्का बल प्रयोग कर स्थिति को नियंत्रित किया। जिला प्रशासन ने चेतावनी दी थी कि विधि व्यवस्था की समस्या उत्पन्न करने वालों को बख्शा नहीं जाएगा। उनके खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।
दरअसल बीपीएससी ने पहले ही यह स्पष्ट कर दिया था कि नॉर्मलाइजेशन की प्रक्रिया लागू नहीं की जाएगी इसके बावजूद छात्र किसी के बहकावे में आ गये और बीपीएससी कार्यालय के समक्ष विरोध प्रदर्शन करने लगे और हंगामा मचाने लगे। वही अभ्यर्थियों के आंदोलन का नेतृत्व करने वाले दिलीप कुमार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया वही पटना स्थित कोचिंग सेंटर खान ग्लोबल स्टडीज के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया गया। कोचिंग सेंटर ने अपने सोशल मीडिया हैंडल के माध्यम से कथित तौर पर अपने संस्थापक और यूट्यूबर खान सर की गिरफ्तारी का वीडियो शेयर किया था। खान सर और गुरु रहमान ने भी छात्रों के इस आंदोलन का खुलकर समर्थन किया था।