एक तरफ जहाँ बिहार में शिक्षा व्यवस्था की स्तिथि बदहाल है वहीं दूसरी तरफ छात्रों के भविष्य के साथ किस तरह खिलवाड़ होता है इसका जीता जागता उदाहरण आपको तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) में मिल जाएगा।
बतातें चलें कि तिलकमांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (TMBU) में शुक्रवार से शुरू होने वाले बीए बीएससी व बीकॉम पार्ट 2 सत्र 21 से 24 की परीक्षा को लेकर विश्वविद्यालय के द्वारा छात्र छात्राओं को एडमिट कार्ड उपलब्ध नहीं कराया गया. छात्र छात्राएं एडमिट कार्ड के लिए गुरुवार को कतार लगाकर कॉलेजों में सुबह के 8 बजे से देर शाम तक खडे रहे। लेकिन लेकिन देर शाम तक कुछ कॉलेज को छोड़कर अन्य सभी कॉलेजों में एडमिट कार्ड उपलब्ध नही कराया गया।
अंततः विश्वविद्यालय द्वारा एक सूचना जारी की गई कि जिनको एडमिट कार्ड नही मिला है वो पार्ट 1 का एडमिट कार्ड और पार्ट 2 परीक्षा फॉर्म भरने की रसीद लेकर परीक्षा दे सकते है।
दरअसल तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय में सेवा दे रहे कर्मचारी वेतन में 25 फीसदी कटौती को लेकर आर पार की लड़ाई के मूड में है. विश्वविद्यालय व कॉलेजों में मामले को लेकर बैठकों का दौर लगातार चल रहा है।
वहीं अब कर्मचारियों ने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का फैसला किया है. उधर, टीएमबीयू में पार्ट थ्री की परीक्षाओं के बीच ज्यादा दिन के गैप को लेकर छात्रों ने विवि में हंगामा किया. कुलपति आवास के बाहर भी करीब चार घंटे तक प्रदर्शन व धरना दिया मगर विश्वविद्यालय के कान पर जु तक नही रेंगा।
ऐसे में अब छात्र जाए तो जाए कहाँ मजबूरन उन्हें किसी तरह परीक्षा में सम्मिलित होना पड़ेगा।
वही इस मामले को लेकर अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के जिला संयोजक रोहित राज ने बताया कि विश्वविद्यालय की ये मानसिकता ही नहीं है कि वो परीक्षा कराए कुलपति केवल छात्र छात्राओं को परेशान करने का काम कर रहे है। इस समस्या को विश्वविद्यालय जल्द से जल्द सुलझाए अन्यथा अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद चरणबद्ध तरीके से आंदोलन करेगी एवं ऐसे कुलपतियों को वापस भेजने का काम करेगी।