उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले में उत्तर पुस्तिकाओं पर ‘जय श्री राम’ लिखकर कई छात्र पास हो गए। मामला वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्व विद्यालय का है। एक पूर्व छात्र ने आरटीआई मांग कर बड़ा खुलासा किया है। डीफार्मा प्रथम वर्ष सत्र 2022-2023 की उत्तर पुस्तिका में जय श्री राम और क्रिकेटरों का नाम लिखा था। कॉपी का मूल्यांकन करने वाले शिक्षकों ने 56 फीसदी से अधिक अंक दे दिया। मामले की शिकायत राज्यपाल से भी की गई है।
आरटीआई एक्टिविस्ट ने की थी शिकायत
सूचना के अधिकार के तहत मांगी गई जानकारी के आधार पर आरटीआई एक्टिविस्ट दिव्यांशु सिंह ने बताया कि फार्मेसी की छात्रों की शिकायत थी कि छात्रों से पैसा लेकर यह कह दिया गया कि आप बिना कुछ लिखे भी चले आओगे तो हम आप को नंबर दे देंगे। आरटीआई के तहत उतर पुस्तिकाएं मिली तो उसमें लिखा था- ‘जय श्री राम’ , ‘जय हनुमान’, हार्दिक पांड्या, विराट कोहली, जय हनुमान जैसे नाम लिखे गए थे।
60 प्रतिशत अंक पाने वाले जीरो पर पहुंचे
इसको लेकर दिव्यांसु सिंह ने राज भवन में शिकायत की। जांच में यह सामने आया कि कुछ छात्रों को 60 प्रतिशत से अधिक अंक प्राप्त हुए थे। जब फिर से उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कराया गया तो उन्हें शून्य अंक प्राप्त हुए। दिव्यांशु सिंह ने बताया कि ऐसे दोनों वर्ष के 38 छात्र थे। जो हम लोगो ने कापियां मांगी थी वह प्रथम वर्ष की थी जिसमें कुल 19 छात्र शामिल थे। 58 कापियां थी। हमने राज्यपाल से लेकर प्रधानमंत्री तक शिकायत की।
दो प्रोफेसर को बर्खास्त
वीर बहादुर सिंह पूर्वांचल विश्वविद्यालय की कुलपति वंदना सिंह ने इस पूरे मामले पर बताया कि यह प्रकरण 2022-2023 के डी फार्मा प्रथम वर्ष का है। कुलपति वंदना सिंह ने पुष्टि की कि गलत मूल्यांकन प्रक्रिया में शामिल दो प्रोफेसरों को बर्खास्त करने की सिफारिश की गई है। आरोपियों के नाम प्रोफेसर विनय वर्मा और प्रोफेसर आशीष गुप्ता है। प्रोफेसर विनय वर्मा पहले भी विवादों में रह चुके हैं।