पटना: नीट यूजी परीक्षा का रिजल्ट में इस बार कट ऑफ 164 पर पहुंच गया है. इस बार का परिणाम चौंकाने वाला रहा है. पहली बार 67 छात्रों ने 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं जिसमें बिहार के चार बच्चे भी शामिल हैं. इन 67 छात्रों में 14 लड़कियां और 53 लड़के हैं. बिहार के दरभंगा के मंजिन मंसूर (99.997129 पर्सेटाइल), तथागत अवतार (99.997129 पर्सेटाइल), ऋतिक राज (99.997129 पर्सेटाइल) और अभिनव किशन (99.997129 पर्सेटाइल) ने 720 में से 720 अंक हासिल किए हैं।
सामान्य वर्ग का कट ऑफ 164: राजस्थान से सबसे अधिक 11 छात्रों ने 100% अंक हासिल किया है. सामान्य वर्ग का कट ऑफ इस बार 164, ओबीसी एससी एसटी वर्ग का कट ऑफ 129 अंक गया है. इस बार रिजल्ट को लेकर हंगामा इसलिए हो रहा है कि 650 से अधिक अंक लाने वाले स्टूडेंट्स का रैंक 30000 के पार चला गया है. 720 में 715 अंक लाने वाले छात्रों का भी दिल्ली एम्स में पढ़ने का सपना टूट गया है।
एडमिशन लेने में हो सकती है परेशानी: स्टूडेंट सोशल मीडिया पर हंगामा कर रहे हैं कि अंक बहुत अच्छे आए हैं लेकिन रैंक हजारों में मिला है. 2023 में 720 में 705 अंक लाने वाले का ऑल इंडिया रैंक 94 था जबकि इस बार 715 अंक लाने वाले का ऑल इंडिया रैंक 286 है. पिछले वर्ष 695 अंक लाने वालों का ऑल इंडिया रैंक 439 था, जबकि इस वर्ष 700 अंक लाने वाले का ऑल इंडिया रैंक 2250 है।
रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप: इस बार जिन छात्रों ने 675 अंक लाया है उसका ऑल इंडिया रैंक की 11600 है. ऐसे में नीट परीक्षा देने वाले परीक्षार्थी रिजल्ट में गड़बड़ी का आरोप लगाकर हंगामा कर रहे हैं. यह परिणाम अब तक का सबसे अधिक हाई स्कोरिंग रहा है।
टॉप 100 की लिस्ट पर सवाल: नीट परीक्षा की तैयारी करने वाले शिक्षक आशुतोष कुमार झा ने कहा कि टॉप 100 की लिस्ट में सीरियल नंबर 62 से 69 तक के स्टूडेंट्स पर सवाल उठ रहे हैं. ये रजिस्ट्रेशन नंबर एक ही सेंटर के हैं. इनमें हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान के स्टूडेंट्स शामिल हैं।
“नीट यूजी 2024 के परिणाम में 67 छात्रों को एआईआर-वन मिला. लेकिन 718 और 719 अंक प्राप्त करने पर सवाल उठ रहा है कि कोई 718 अंक कैसे प्राप्त कर सकता है? 720 के बाद आप 716 अंक ही प्राप्त कर सकते हैं. 718 अंक पाना संभव नहीं है.”-आशुतोष कुमार झा, अभ्यर्थी
एनटीए की तरफ से स्पष्टीकरण जारी: हालांकि इस पर एनटीए की तरफ से स्पष्टीकरण जारी करते हुए कहा गया है कि कुछ स्टूडेंट्स ने एग्जाम में टाइम लॉस की दिक्कत उठाई थी, जिसको देखते हुए उन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए हैं. इसलिए अंक 718 और 719 भी हो सकते हैं. आशुतोष झा ने बताया कि नीट परीक्षा में पेपर लीक के पर्याप्त साक्ष्य जांच एजेंसियों ने जुटाए हैं और स्पष्ट हो गया कि पेपर लीक हुआ है. इसका खामियाजा है कि इतना हाई स्कोरिंग रिजल्ट रहा है।
बिहार में सीट मिलने की संभावना न के बराबर: 655 अंक तक प्राप्त करने वाले स्टूडेंट्स को इस बार एमबीबीएस सीट बिहार में मिलने की संभावना कम है. सरकारी मेडिकल कॉलेज में सीट हासिल करने के लिए नीट कटऑफ भी पहले की तुलना में ज्यादा होगी. बिहार में पिछले साल एमबीबीएस की अंतिम सीट सामान्य वर्ग के स्टूडेंट्स को ऑल इंडिया रैंक 18058 (अंक 620) वालों को मिल गई थी. इस बार 660 वालों को भी बिहार में सीट मिलने की संभावना न के बराबर है।