पटना: किसान महापंचायत सभा में पूर्व कृषि मंत्री और आरजेडी विधायक सुधाकर सिंह ने विवादित बयान दे दिया. सुधाकर सिंह ने नीतीश सरकार के अधिकारियों पर भड़ास निकाली. कहा कि लाठी-डंडा से डर लगता है कि सिर फूट जाएगा और 302 हो जाएगा तो लोहिया ने बताया था. आसान तरीका है. अधिकारी के मुंह पर थूक दो. कलेक्टर के मुंह पर अगर 100 आदमी थूक दीजिएगा तो वह कौन दफा में जेल भेजेगा? फूल का माला क्यों पहनाते हैं? आप कलेक्टर को अधिकारियों के गर्दन में फटे हुए जूते का माला लटका दीजिए. लिच्छवी भवन भभुआ में किसान महापंचायत का आयोजन हुआ था।
सुधाकर सिंह ने कहा बिहार में विकास के विरोधी सरकार में बैठे हुए अधिकारी हैं. यहां गांव में नक्सली नहीं हैं और ना ही जंगल में हैं. यहां सरकार की कुर्सी पर जो बैठे हुए हैं वह नक्सली हैं जो जनता की बात को नहीं सुनते हैं. राकेश टिकैत के नेतृत्व में देश की सरकार को 15 महीने में घुटने पर ला दिया गया था. सरकार (बिहार सरकार) घुटने पर आई तभी हमने इस्तीफा दिया. जिस दिन मशीन लेकर भारतमाला एक्सप्रेसवे बनाने लोग आएंगे उसी दिन से हमारी लड़ाई शुरू होगी।
सुधाकर सिंह ने कहा कि एक टमाटर का भाव बढ़ता है तो देश की सरकार हिलने लगती है आप अपने अनाजों को 50% उत्पादन कम कर दीजिए सरकार नतमस्तक हो जाएगी. हर जगह घूसखोरी की बात सुनकर सिर शर्म से झुक जाता है. ऊपर से लेकर नीचे तक सभी भ्रष्ट हैं तो आखिर गुहार कहां लगाई जाए? अगर जो कोई आपका काम ना करे उसे आप कभी वोट न दीजिएगा, चाहे मैं ही क्यों ना रहूं. भ्रष्ट अधिकारियों का आप भीड़ में वाहन जला दीजिए तब तो कोई दफा नहीं लगेगा, या उन्हें जूता का माला पहना दीजिए तब तो यह कोई मुकदमा नहीं कर पाएंगे. मंडी कानून को लेकर पूरे बिहार में आंदोलन शुरू होगा।