भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर ने इशारों ही इशारों में भारत के मौजूदा और पूर्व कप्तान पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने टीम इंडिया के खिलाड़ियों की सोच पर भी सवाल खड़े किए हैं। दरअसल, रोहित शर्मा ने आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में ऑस्ट्रेलिया से मिली हार के बाद कहा था कि टीम को तैयारी के लिए पर्याप्त समय नहीं मिला। इस पर गावस्कर ने इंडियन एक्सप्रेस को दिए इंटरव्यू में अपनी बात रखी।
किस तैयारी की बात हो रही है?
गावस्कर से जब पूछा गया कि क्या टीम को इस तरह के मैच की तैयारी के लिए 20-25 दिन तैयारी के लिए चाहिए थे? तो उन्होंने कहा- किस तैयारी की बात हो रही है? पूर्व कप्तान ने वेस्टइंडीज दौरे का उदाहरण देते हुए कहा कि क्या वहां कोई अभ्यास मैच खेले गए। उन्होंने कहा कि वेस्टइंडीज इस समय ऐसी टीम है जिसके खिलाफ आप एक दिन पहले मैच खेलने पहुंचेंगे तो भी हरा देंगे। गावस्कर के मुताबिक, हर दौरे के लिए तैयारी करनी चाहिए किसी एक सीरीज या बड़े मुकाबले के लिए नहीं। उन्होंने कहा कि टीम को कहीं भी 15 दिन पहले जाना चाहिए और दो वार्म अप मैच खेलने चाहिए।
कप्तान को पता है उसकी जगह पक्की, ये 2011 से हो रहा है
इसी के साथ गावस्कर ने टीम के कप्तानों और कोचों द्वारा अधिक जवाबदेही लेने की मांग की। गावस्कर ने आधुनिक भारतीय कप्तानों को मिलने वाली सुरक्षा के बारे में बात की। जिसमें इस बात की आलोचना की गई कि उन्हें बिना कोई सवाल पूछे कैसे आगे बढ़ने की अनुमति दी गई। उन्होंने कहा- “चाहे आप जीतें या हारें, कप्तान को पता है कि वह वहीं रहेगा। ध्यान रखें, यह कोई हालिया मामला नहीं है। यह 2011 से हो रहा है। ऐसे परिणाम आए हैं जहां हमें सीरीज में 0-4 से हार का सामना करना पड़ा है, लेकिन कप्तान नहीं बदला।”
वर्कलोड की बात बेमानी
वहीं गावस्कर ने टीम इंडिया के मुख्य खिलाड़ियों पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि सच्चाई ये है कि टीम के मुख्य खिलाड़ी जल्दी नहीं जाना चाहते हैं क्योंकि उन्हें लगता है कि उनका चयन तो हो ही जाएगा। अगर दूसरे दौरों पर जल्दी जाने की बात कही जाएगी तो ये लोग वर्कलोड की बात करेंगे। इसके बाद गावस्कर ने टीम की फिटनेस पर सवाल उठाते हुए कहा कि ये टीम अपने आप को सबसे ज्यादा फिट और पहले की टीम इंडिया से ज्यादा फिट बताती है, लेकिन आप फिर इतनी जल्दी कैसे थक सकते हैं?