केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री द्वारा छह सितंबर को सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल का उद्घाटन किया जाना है। लेकिन सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल के तीन दिन पहले यानी तीन सितंबर से ही इस हॉस्पिटल में चार विभागों के ओपीडी का संचालन किया जाने लगेगा।
मायागंज अस्पताल के अधीक्षक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल में चार विभाग यानी न्यूरो सर्जरी, कॉर्डियोलॉजी, नेफ्रोलॉजी और प्लास्टिक सर्जरी के ओपीडी का संचालन तीन सितंबर से शुरू हो जाएगा। ओपीडी सुबह नौ बजे से दोपहर बाद दो बजे तक चलेगी। ओपीडी के संचालन को लेकर एक प्रोफेसर समेत समेत 10 विशेषज्ञ चिकित्सक हैं। इनकी ड्यूटी रोस्टर शनिवार तक बना लिया जाएगा। 10 स्टाफ नर्स की तैनाती पहले से ही हॉस्पिटल में की जा चुकी है। इसलिए ओपीडी संचालन में कोई परेशानी नहीं होगी।
सुपर स्पेशियलिटी की हालत इंडोर सेवा चलाने लायक नहीं: अस्पताल अधीक्षक डॉ. राकेश कुमार ने बताया कि एसीएस हेल्थ की वीसी में सीपीडब्ल्यूडी प्रतिनिधियों से हुई बात में स्पष्ट हो गया कि सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल की बिल्डिंग पूरी तरह से तैयार है। लेकिन हाईट्स के प्रतिनिधि के अनुसार, अभी इंडोर पूरी तरह से तैयार नहीं है। बेड, कुर्सी-मेज नहीं लगे हैं। यहां तक एमआरआई समेत कई मशीनों का तो इंस्टालेशन नहीं हुआ है। वहीं दूसरी तरफ 200 बेड के मुकाबिल ओपीडी व इंडोर सेवा चालू करने के लिए शासन स्तर से न तो स्टाफ नर्स, पैरा मेडिकल स्टाफ से लेकर विशेषज्ञ चिकित्सक की तैनाती ही की गई है और न ही अभी मानव संसाधन की तैनाती नामित एजेंसी ही कर पाई है। अधीक्षक ने बताया कि हाईट्स एजेंसी को निर्देश दिया गया है कि एक सितंबर तक हर हाल में ओपीडी के संचालन लायक इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार कर देना है। वहीं एक सितंबर को सुपर स्पेशिएलिटी हॉस्पिटल का निरीक्षण किया जाएगा, ताकि ओपीडी के आगाज से पहले तैयारियों को पूरी तरह परखा जा सके।
मायागंज अस्पताल के विभिन्न भवनों का होगा जीर्णोद्धार
भागलपुर। मायागंज स्थित जेएलएनएमसीएच के विभिन्न क्षतिग्रस्त भवनों का जीर्णोद्धार का रास्ता साफ हो गया है। मालूम हो कि आपके अपने अखबार हिन्दुस्तान ने कुछ दिन पहले मायागंज की जर्जर बिल्डिंग से संबंधित तस्वीरें प्रकाशित की थी। डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी की पहल पर बिहार चिकित्सा सेवा एवं आधारभूत संरचना निगम लिमिटेड (बीएमएसआईसीएल) ने जेएलएनएमसीएच के विभिन्न क्षतिग्रस्त भवनों के जीर्णोद्धार के लिए 10 करोड़ की राशि की स्वीकृति दी है। बीएमएसआईसीएल के डीजीएम ने डीएम को जानकारी दी है कि निविदा की प्रक्रिया चल रही है। डीजीएम ने डीएम को बताया कि दो महीने के अंदर उन भवनों के जीर्णोद्धार का कार्य शुरू हो जाएगा।