मोतिहारीः पूर्वी चंपारण जिला के नगर थाना क्षेत्र में बुधवार को भाजपा नेता सुरेश यादव हत्याकांड में शामिल दो शूटरों को पुलिस ने घटना के 48 घंटे के अंदर गिरफ्तार कर लिया है. गिरफ्तार दोनों अपराधी सीसीटीवी फुटेज में दिखाई दे रहे हैं. पुलिस के अनुसार हत्या के लिए दस लाख रुपया की सुपारी दी गयी थी. हालांकि घटना के कारणों को बता पाने में पुलिस ने असमर्थता जतायी है. पुलिस सुपारी देने वाले बदमाश की गिरफ्तारी के बाद हत्या के कारणों को बताने की बात कह रही है।
इनकी हुई है गिरफ्तारीः गिरफ्तार अपराधियों में सुगौली थाना क्षेत्र का रहने वाला हरिशंकर पासवान और रघुनाथपुर ओपी का रहने वाला सुदामा सहनी शामिल है. गिरफ्तार हरिशंकर पासवान ने ही सुरेश यादव को गोली मारी थी. और सुदामा सहनी हथियार रखे हुआ था. पुलिस ने इनके पास से एक देसी पिस्तौल और दो कारतूस बरामद किया है. घटना के समय घटनास्थल पर चार अपराधी मौजूद थे. पुलिस इस घटना में पांच अपराधियों के शामिल होने की बात बता रही है. अन्य अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी चल रही है।
“जिप सदस्य सुरेश यादव हत्याकांड में शामिल दो शूटरों को गिरफ्तार किया गया है. हत्याकांड के उद्भेदन के लिए एसआईटी का गठन किया गया. एसआईटी ने वैज्ञानिक और तकनीकी अनुसंधान करते हुए हरिशंकर पासवान और सुदामा सहनी को गिरफ्तार किया है. इन दोनों ने इस घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की है.”- कान्तेश कुमार मिश्रा, एसपी
अन्य अभियुक्त जल्द होंगे गिरफ्तारः एसपी ने बताया कि हरि शंकर पासवान ने ही गोली चलाई थी. हरिशंकर सहनी के उपर गोविंदगंज थाना में आर्म्स एक्ट और हत्या का एक मामला दर्ज है. वहीं सुदामा सहनी पर नगर थाना में आर्म्स एक्ट और छतौनी थाना में हत्या का एक मामला दर्ज है. दोनों अपराधी पूर्व में जेल भी जा चुका है. यह घटना एक कांट्रेक्ट किलिंग है. इस हत्याकांड में रंजन दुबे नाम के व्यक्ति की प्रमुख भूमिका सामने आई है. दोनों अपराधी को दस लाख रुपया देने की बात सामने आई है. इस मामले में अन्य बिंदुओं पर भी जांच चल रही है, जो भी इस हत्याकांड में शामिल है उन सबको जल्द ही गिरफ्तार कर लिया जाएगा।
बुधवार को हुई थी हत्या: बतादें कि जिला के नगर थाना क्षेत्र में बाइक सवार अपराधियों ने बुधवार को भाजपा नेता सुरेश यादव की गोली मारकर हत्या कर दी थी. मृतक भाजपा नेता जिला परिषद् क्षेत्र संख्या 23 के निर्वाचित सदस्य और बंजरिया प्रखंड के सिसवा पूर्वी पंचायत के पैक्स अध्यक्ष व केन मार्केटिंग यूनियन के सचिव थे. गोली लगने के बाद स्थानीय लोग सुरेश यादव को निजी नर्सिंग होम ले गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था. घटना के बाद स्थानीय लोगों ने जमकर हंगामा और तोड़फोड़ किया था।