भागलपुर : जदयू सांसद अजय मंडल पर सोशल मीडिया के दो पत्रकारों की पिटाई का आरोप लगा है। इससे संबंधित वीडियो भी बुधवार को दोपहर बाद से वायरल होता रहा। दोनों पत्रकार अस्पताल में इलाजरत हैं। साथ ही, दोनों का मोबाइल भी छीन लिया। सरेआम गालियां दी। यह सब वहां मौजूद पुलिसकर्मियों के सामने हुआ। पुलिस मूकदर्शक बनी रही।देर शाम कुणाल शेखर और सुमित ने तिलकामांझी थाने में सांसद के खिलाफ लिखित शिकायत दी।
वहीं सांसद ने आरोपों को सिरे से खारिज किया है। सांसद ने कहा, मेरे बॉडीगार्ड के साथ कुछ हुआ था। मैं तो बीचबचाव करने गया था।
दोनों पत्रकारों का कहना है कि हवाई अड्डा गेट के पास सांसद और उनके सहयोगी ने उन्हें सड़क पर गिराकर लात-घूंसे से पीटा। वहां पर पुलिस भी मौजूद थी पर कोई भी बीचबचाव करने नहीं आया। उनका आरोप है कि पिटाई के बाद सांसद और उनके सहयोगी ने मोबाइल भी छीन लिया और चले गए। उन्होंने मोबाइल को री-सेट कर दिया जिससे उनके मोबाइल का सारा फोटो, वीडियो और डेटा डिलीट हो गया। इलाजरत व पत्रकारों का हाल जानने तिलकामांझी की पुलिस भी अस्पताल पहुंची थी। तिलकामांझी थानेदार ने बताया कि मामले की लिखित शिकायत मिली है। पुलिस जांच कर रही है।
भाजपा ने की निंदा, जदयू ने बचाव व
घटना की जानकारी मिलने पर भाजपा जिलाध्यक्ष संतोष साह जख्मी पत्रकारों का हाल जानने के लिए बुधवार दोपहर में सदर अस्पताल पहुंचे। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र के चौथे स्तंभ पर इस तरह से प्रहार करना दुर्भाग्यपूर्ण है। पत्रकारिता और पत्रकारों का सम्मान करना चाहिए। अगर कुछ बात हुई थी तो बात करनी चाहिए थी। यह विषय ऊपर भी जाएगा और जिस स्तर पर भी हो, इसपर बात होगी। घटना को उन्होंने निंदनीय बताया।
वहीं सांसद के द्वारा मारपीट के आरोपों का जदयू ने खंडन किया है। जदयू कार्यालय में जिलाध्यक्ष विपिन बिहारी सिंह की मौजूदगी में जिला प्रवक्ता शैलेन्द्र तोमर ने कहा कि यह आरोप बिल्कुल गलत है। उन्होंने कहा कि कुछ लोगों द्वारा यह दुष्प्रचार किया जा रहा है कि सांसद ने मारपीट की है। नगर विधायक अजीत शर्मा ने हवाई अड्डा परिसर में पत्रकारों की पिटाई की निंदा की है। वहीं भाजपा नेत्री डॉ. प्रीति शेखर ने कहा है कि सांसद को अपने कृत्य के लिए माफी मांगनी चाहिए।
वीडियो बनाने पर भड़के सांसद
सीएम नीतीश कुमार को बुधवार को कटिहार जाना था। खराब मौसम होने के कारण उनका हेलीकॉप्टर भागलपुर में लैंड होने की संभावना थी। इसे लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह सतर्क था। हवाई अड्डे पर भारी संख्या में प्रशासनिक अधिकारी और सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। इसी बीच सांसद अपने काफिले के साथ वहां पहुंचे थे। उनसे पहले सांसद के साइनबोर्ड लगी एक आैर गाड़ी गेट पर पहुंची, जिसमें एक महिला कुछ समर्थक सवार थे। उसी गाड़ी को पुलिस ने रोक दिया, जिसका वीडियो पत्रकारों ने बनाया। इसी बात को लेकर सांसद ने अपने समर्थकों के साथ उन पत्रकारों की पिटाई कर दी। इस मामले में सिटी एसपी शुभांक मिश्रा ने कहा कि पूरे मामले की जांच की जा रही है।
सबसे बड़ा सवाल
पत्रकार पर थप्पड़ चलाते जदयू सांसद अजय मंडल।
सीएम के आने की सूचना पर कवरेज करने पहुंचे दोनों पत्रकारों का मोबाइल छीना, गाली-गलौज भी की
जदयू सांसद का सफेद झूठ
{ आखिर किस तस्वीर के कैमरे में कैद होने से परेशान हो गए सांसद? आखिर ऐसा क्या था कि सांसद का बोर्ड लगी पहली गाड़ी के आने के 15 मिनट के भीतर ही आननफानन में उन्हें मौके पर पहुंचना पड़ा?
{ पहली गाड़ी के मामले पर सांसद अजय मंडल खामोश क्यों रह रहे हैं? पहली गाड़ी में सवार लोग आखिर कौन थे? क्या सांसद ये बताएंगे कि उनके बोर्ड लगे गाड़ी में सवार महिला और अन्य लोगों का परिचय क्या है?
{ अजय मंडल ने कहा कि उन्हें नहीं पता था कि वे मीडियाकर्मी थे। सच यह है कि वीडियो से स्पष्ट है कि उन्हें यह पता था। वे खुद लगातार गाली देते हुए कह रहे हैं- फोटो खींचेगा रे? फोटो?
{ सांसद ने कहा कि उनकी गाड़ी को ठक-ठक किया। फिर उनके गार्ड से बहस हुई। सच यह है कि गाड़ी रुकते हुए उनका पीए संदीप मिश्रा और वे उतरे और गाली-गलौज व मारपीट करने लगे।
{ कहा कि गार्ड ने हल्का सा धकेला तो लोग उलझ गए और गार्ड के साथ हाथापाई शुरू कर दी। किसी भी वीडियो में इसका कोई सबूत नहीं… सांसद के लोग ही मारपीट करते हुए दिख रहे हैं।
{ गाली-गलौज करते हुए सांसद फोटो लेने पर ही आपत्ति कर रहे थे। बाद में कहा, दोनों तरफ से गाली-गलौज हो रहा था। मैं तो अपने बॉडीगार्ड को गाली दे रहा था और अंदर चलने को कह रहा था।
{ सांसद ने कहा कि वे अपने गार्ड को ही कह रहे थे कि, मैं काम में जा रहा हूं और तुमलोग ये सब कर रहे हो? जबकि वीडियो में सांसद सिर्फ मारपीट करते और गालीगलौज करते दिख रहे हैं