बिहार (Bihar) के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी (Sushil Kumar Modi) ने एनडीए (NDA) सरकार के दस सालों के कार्यकाल की तारीफ की. साथ ही उन्होंने कांग्रेस (Congress) के नेतृत्व वाली यूपीए (UPA सरकार पर जमकर निशाना साधा. सुशील कुमार मोदी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) के नेतृत्व में एनडीए सरकार दस साल का अपना ऐसा बेदाग कार्यकाल पूरा कर रही है, जिसमें प्रधानमंत्री सहित किसी भी मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा।
सुशील कुमार मोदी ने कहा कि कांग्रेस नेतृत्व वाली पिछली यूपीए सरकार के दस साल में करोड़ों रुपये के घोटालों के आरोप सिद्ध हुए और उनके सात मंत्रियों को जेल जाना पड़ा. उन्होंने कहा “कांग्रेस ने राजनीतिक द्वेष के कारण राफेल विमानों की खरीद में घोटाले और किसी उद्योगपति को अनुचित लाभ पहुंचाने का शोर मचाया. प्रधानमंत्री के लिए चौकीदार चोर है जैसी अमर्यादित टिप्पणी की, लेकिन इन सारे मामलों में सरकार को सुप्रीम कोर्ट से क्लीन चिट मिली. अपने बयान के लिए राहुल गांधी को कोर्ट में क्षमायाचना भी करनी पड़ी.”
बीजेपी सांसद ने आगे कहा कि दयानिधि मारन, पवन कुमार बंसल, डी राजा, वीरभद्र सिंह, अशोक चह्वाण और अश्विनी कुमार यूपीए सरकार के ऐसे मंत्री थे, जिन्हें भ्रष्टाचार के कारण जेल की सजा हुई. मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार में 1.67 लाख करोड़ का कोल ब्लॉक घोटाला हुआ. सुप्रीम कोर्ट ने उस समय के सारे अवंटन रद्द किये. इसके विपरीत एनडीए के समय कोल ब्लॉक के आवंटन की नीलामी पारदर्शी प्रक्रिया से हुई और देश में कोयले का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ।
‘UPA सरकार में हुआ 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला’
सुशील मोदी ने कहा “यूपीए सरकार के समय 1.76 लाख करोड़ का 2जी स्पेक्ट्रम घोटाला हुआ, जबकि एनडीए शासन में 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी से भारत सरकार को 1.5 लाख करोड़ रुपये का राजस्व प्राप्त हुआ. भारत सबसे तेज गति से 5 जी इंटरनेट सेवा का विस्तार करने में सफल रहा. भ्रष्टाचार-मुक्त दूरसंचार नीति की वजह से आज भारत में सबसे सस्ता इंटरनेट (10रुपये/जीबी) उपलब्ध है.”
पूर्व उपमुख्यमंत्री कहा संसद में प्रस्तुत श्वेत पत्र 2014-2024 के बीच प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली वर्तमान एनडीए सरकार और मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली पिछली यूपीए सरकार (2004-2014) के 10-10सालों के शासन-कुशासन के बीच ठोस आंकड़ों के आधार पर स्पष्ट अंतर बताने वाला एक स्वच्छ दर्पण है, जिसमें कांग्रेस अपना चेहरा नहीं देखना चाहती।
बिहार की एनडीए सरकार में वित्त मंत्री रह चुके सुशील मोदी ने कहा कि यूपीए सरकार के समय देश की अर्थव्यवस्था नीतिगत पंगुता और भ्रष्टाचार दोहरी बीमारी से पीड़ित होकर आइसीयू में पहुंच गई थी. उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के बड़े और कड़े फैसलों के बूते आज भारत की अर्थव्यवस्था 10 वें स्थान से उठ कर 5वें स्थान पर है और इसे 7 फीसद की विकास दर के साथ विश्व की सबसे तेजी से बढ़ती आर्थिकी के रूप में देखा जा रहा है. उन्होंने कहा कि महंगाई पर नियंत्रण, ढांचागत विकास में तेजी और वित्तीय अनुशासन के बल पर एनडीए सरकार को तीसरे कार्यकाल का जनादेश मिलना तय है।