पटना: पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं राज्यसभा सांसद सुशील कुमार मोदी ने कहा कि तिलक-टीका लगाने वाले सारे लोगों को देशद्रोही बताने वाले जगदानंद को हिंदुओं से क्षमा मांगनी चाहिए। उनका यह अनर्गल कथन “भूरा बाल साफ करो” वाले लालू प्रसाद के बहुचर्तित बयान की याद ताजा करता है और साबित करता है कि “ए टू जेड’ की पार्टी होने का तेजस्वी यादव का दावा बिल्कुल झूठा है।
सुशील मोदी ने कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के प्रमुख डा.मोहन भागवत ने अपने ताजा संबोधन में यह कह कर राजद-जदयू जैसे दलों की बेचैनी बढ़ा दी कि समाज में असमानता रहने तक, यानी अनिश्चित काल तक भारत में आरक्षण व्यवस्था जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि संघ (आरएसएस), भाजपा और हिंदू धर्म के विरुद्ध जगदानंद का बयान इसी हताशा का परिणाम है। वे संघ को आरक्षण-विरोधी साबित करने में कभी सफल नहीं होंगे।
उन्होंने कहा कि विपक्षी गठबंधन ऐसे गैरजिम्मेदार बयानबाजों का जमघट हो गया है, जिसमें हिंदू धर्म, मोदी सरनेम या गुजरात प्रांत के सभी लोगों को गाली देने की होड़ लगी है। राजद के जगदानंद और कांग्रेस के पवन खेड़ा भी इस होड़ में शामिल हो गए। उन्होंने कहा कि जो लोग विश्व कल्याण की चिंता करने वाले महान सनातन धर्म को तुष्टीकरण की क्षुद्र राजनीति के चलते लांछित करने के लिए इसकी तुलना डेंगू, मलेरिया, कुष्ठ और एचआइवी तक से कर रहे हैं, उनमें यदि हिम्मत हो, तो किसी और धर्म के बारे में दो शब्द बोल कर देखें।
मोदी ने कहा कि परम सहिष्णु सनातन धर्म के लोग 2024 के लोकसभा चुनाव में राहुल गांधी, उदयनिधि स्टालिन से लेकर जगदानंद तक की गालियों का जवाब वोट से देंगे। भगवान कृष्ण ने भी 100 गालियों के बाद किसी का वध किया था।