कुछ ही दिनों पहले दिल्ली के चाणक्यपुरी इलाके में स्थित इजराइल के दूतावास के निकट हुए विस्फोट मामले में पुलिस की जांच जारी है। पीटीआई के मुताबिक, विस्फोट के बाद हुई तीन दिनों की जांच के दौरान पुलिस को काफी अहम सुराग मिले हैं। इन सुराग के आधार पर पुलिस जल्द ही प्राथमिकी दर्ज करने की योजना बना रही है। बड़ा अपडेट ये भी सामने आया है कि इजरायली दूतावास के पास ब्लास्ट का संदिग्ध दिल्ली के ही जामिया नगर से आया था।
राजदूत को धमकी देने की साजिश
पीटीआई के मुताबिक, दिल्ली पुलिस को इजरायली जदूत को धमकी देने की साजिश की ओर संकेत करते हुए अहम सुराग मिले हैं। जिस तरह से पत्र को घटनास्थल पर रखा गया है उससे यह भी पता चलता है कि इजराइल-हमास संघर्ष के कारण इजराइली दूतों को धमकी देने की साजिश रची गई थी। सुरक्षा एजेंसी के अधिकारी उन आरोपों पर विचार कर रहे हैं जिनके तहत इस मामले में प्राथमिकी दर्ज की जाएगी। सूत्रों ने बताया कि सुरक्षा अधिकारी यह भी विश्लेषण कर रहे हैं कि क्या जांच NIA को सौंपी जा सकती है।
जामिया नगर से आया था संदिग्ध
इजरायली दूतावास के पास ब्लास्ट मामले की जांच कर रहे दिल्ली पुलिस के अधिकारियों को ब्लास्ट वाली जगह के कई सीसीटीवी फुटेज की जांच की है। पुलिस को एक संदिग्ध भी दिखा है जो ऑटो-रिक्शा में जामिया नगर से आया था। पुलिस ने इस मामले से संबंधित कई ऑटो-रिक्शा चालकों से पूछताछ की है। इसमें वह चालक भी शामिल है जो संदिग्ध को मौके पर लाया था।
अंतिम रिपोर्ट आने का इंतजार
इस पूरी घटना की जांच कर रहे अधिकारी राष्ट्रीय सुरक्षा समूह की लैब की रिपोर्ट का इंतजार कर रहे हैं। यहां ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए सामानों का पता लगाने के लिए सैंपल भेजे गए हैं। अंतिम रिपोर्ट सौंपने में कुछ और दिन लग सकते हैं। पुलिस ने ऐसे 12 लोगों के बयान दर्ज किए हैं जिन्होंने ब्लास्ट की आवाज सुनने का दावा किया है।