Voice Of Bihar

खबर वही जो है सही

कांग्रेस नेता राहुल गांधी से ‘दोस्ती’ निभाने मणिपुर पहुंचे BSP के न‍िलंबित सांसद दानिश अली

ByKumar Aditya

जनवरी 14, 2024
GridArt 20240114 160600139 scaled

पार्टी विरोधी गतिविधियों के चलते बहुजन समाज पार्टी (BSP) से निलंबित हुए लोकसभा सांसद दान‍िश अली की कांग्रेस से नजदीक‍ियां काफी बढ़ रही हैं. इस कड़ी में दान‍िश अली रविवार (14 जनवरी) को मण‍िपुर में कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने पहुंचे.

लोकसभा सांसद दान‍िश ने सोशल मीड‍िया मंच ‘एक्‍स’ पर कई पोस्‍ट भी साझा की हैं. एक पोस्‍ट में उन्‍होंने राहुल गांधी के साथ की दो तस्वीरें शेयर की हैं, जोक‍ि उस वक्‍त की हैं, जब संसद में बीजेपी सांसद रमेश ब‍िधूड़ी ने उनको लेकर अवांछित ट‍िप्‍पण‍ियां की थीं. इस पर खूब स‍ियासी बवाल मचा था. इस घटनाक्रम के बाद राहुल गांधी उनके सरकारी आवास पर दानिश अली से म‍िलने पहुंचे थे.

‘मौजूदा हालातों में मेरे पास स‍िर्फ दो विकल्प’   

सोशल मीडिया पोस्ट की स‍ीरीज में राहुल गांधी के साथ फोटो शेयर करते हुए दानिश अली ने कहा, ”आज मैंने राहुल गांधी की ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ में शामिल होने का निर्णय लिया है. यह मेरे लिए बेहद ही खास और अहम पल हैं. मैंने काफी आत्‍ममंथन के बाद ही यह फैसला ल‍िया है और आख‍िर में इस नतीजे पर पहुंचा हूं. उन्‍होंने कहा क‍ि आज देश में जो मौजूदा हालात और माहौल बना है, उसमें मेरे पास दो विकल्प थे.

‘एकता और न्याय के लिए सबसे बड़ा अभ‍ियान’

एक अन्‍य पोस्‍ट में उन्‍होंने राहुल गांधी की यात्रा को ज्‍वाइन करने को सही ठहराते हुए इसको ‘एकता और न्याय के लिए सबसे बड़ा अभ‍ियान’ बताया और कहा कि अगर वह इससे नहीं जुड़ेंगे तो वह एक राजनेता के रूप में अपनी ड्यूटी को सही तरह से नहीं न‍िभा पाएंगे.

‘आत्‍ममंथन के बाद अपनाया दूसरा व‍िकल्‍प’ 

उन्‍होंने यह भी कहा कि मेरे पास दो विकल्प थे उनमें एक तो यथास्थिति को स्वीकार करना और दूसरा दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों, अल्पसंख्यकों और गरीब वर्गों के शोषण को नजरअंदाज करने से लेकर देश में फूट डालो, को लेकर बने वातावरण के खिलाफ चौतरफा अभियान शुरू करने का रहा. मेरी अंतरात्मा ने मुझे दूसरा विकल्प अपनाने के लिए प्रेरित किया और मैं इस राहुल गांधी के अभ‍ियान के साथ शाम‍िल हुआ.

‘संसद के भीतर अपशब्‍दों का इस्‍तेमाल हुआ’ 

उन्‍होंने कहा क‍ि दूसरे व‍िकल्‍प का न‍िर्णय चुनना मेरे स्वाभाविक था क्योंकि संसद के भीतर में इस तरह के हमले का शिकार हुआ था जोक‍ि देश में बना हुआ. उन्‍होंने कहा कि सत्तारूढ़ दल के एक सदस्य ने मुझ पर और मेरे धर्म के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल किया था.