स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम
पटना, 29 अप्रैल 2025:बिहार के मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने भारत सरकार के प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) की तकनीकी सहायता से विकसित ‘स्वच्छ बिहार पोर्टल’ का शुभारंभ किया। यह पोर्टल राज्य के सभी प्रशासनिक कार्यालयों में स्वच्छता मानकों की निगरानी, मूल्यांकन और पारदर्शी रिपोर्टिंग के लिए तैयार किया गया है।
स्वच्छता और पारदर्शिता की दिशा में एक ठोस कदम
पुराना सचिवालय स्थित सभा कक्ष में आयोजित कार्यक्रम में सभी जिलों के डीएम और प्रमंडलीय आयुक्त सहित विभिन्न विभागों के वरीय अधिकारी वीडियो कांफ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े थे। इस अवसर पर केंद्रीय प्रशासनिक सुधार और लोक शिकायत विभाग (डीएआरपीजी) की संयुक्त सचिव सरिता चौहान भी उपस्थित थीं।
मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा का बयान
मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा ने कहा, “यह पोर्टल स्वच्छता के साथ-साथ शासन व्यवस्था पर भी जोर देगा। इसमें स्क्रैप डिस्पोजल और 19 प्रमुख बिंदुओं पर कार्यों की समीक्षा की जाएगी और प्रदर्शन के आधार पर रैंकिंग दी जाएगी।” उन्होंने सभी विभागों को निर्देश दिया कि पोर्टल के संचालन के लिए प्रत्येक विभाग में नोडल ऑफिसर नियुक्त किए जाएं और इसके नियमित निरीक्षण के लिए वीकली रिव्यू मीटिंग की जाए।
राज्य सरकार की पहल
इस पोर्टल का उद्देश्य कार्यालयों की स्वच्छता के साथ-साथ शासन व्यवस्था में पारदर्शिता लाना है। यह पोर्टल अधिकारियों को स्वच्छता रिपोर्ट अपलोड करने, निरीक्षण करने और सुधारात्मक कदम उठाने का एक प्लेटफ़ॉर्म प्रदान करेगा, जिससे गुणवत्तापूर्ण सेवाएं समय पर उपलब्ध कराई जा सकेंगी।
इस पोर्टल का कार्यान्वयन कई वर्षों से भारत सरकार के स्तर पर सफलतापूर्वक किया जा रहा है। ‘स्वच्छ बिहार पोर्टल’ का उद्देश्य राज्य और जिला स्तर पर स्वच्छता को बढ़ावा देने के साथ ही विभागों की कार्यप्रणाली में सुधार लाना है।
इस मौके पर राजस्व एवं भूमि सुधार विभाग के अपर मुख्य सचिव दीपक कुमार सिंह, सामान्य प्रशासन विभाग के सचिव मो. सोहेल, विशेष सचिव रचना पाटिल सहित कई अन्य वरीय अधिकारी भी उपस्थित थे।