अयोध्या में 22 जनवरी को होने वाले रामलला के प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल होने से कांग्रेस ने मना कर दिया है, जिसे लेकर राजनीति हो रही है. इस बीच स्वामी रामभद्राचार्य ने कहा कि कांग्रेस ने अच्छा नहीं किया. उन्होंने कहा, “कांग्रेस को भगवान राम का न्योता नहीं ठुकराना चाहिए, जिसे भारत में रहना है उसे जय श्रीराम करना है.”
‘कांग्रेस ने बड़ी भूल राजनीतिक की’
रामभद्राचार्य ने आगे कहा कि कांग्रेस ने बड़ी भूल राजनीतिक कर दी है. उन्होंने भविष्यवाणी करते हुए कहा कि जो परिणाम हाल ही में हुए पांच राज्यों के चुनाव में कांग्रेस का हुआ, वही लोकसभा चुनाव 2024 में भी होगा.
इससे पहले कांग्रेस ने रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह में जाने से इनकार करते हुए अपने बयान में बीजेपी पर आरोप लगाया था, “बीजेपी और आरएसएस अधूरे राम मंदिर का उद्घाटन अपने चुनावी लाभ के लिए कर रही है. हमारे देश में लाखों लोग भगवान राम की पूजा करते हैं.”
राम मंदिर कार्यक्रम में शामिल नहीं होगी कांग्रेस
बयान में बताया गया कि कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पार्टी नेता सोनिया गांधी और लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी 22 जनवरी को होने वाले कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे. जिसके बाद बीजेपी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए सनातन विरोधी होने का आरोप लगाया.
शंकराचार्य ने उठाए थे सवाल
उत्तराम्नाय ज्योतिष्पीठ के जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने राम मंदिर कार्यक्रम को लेकर कहा था कि आधे-अधूरे मंदिर में भगवान को स्थापित करना धर्मसम्मत नहीं है. उन्होंने कहा था, “हम इसलिए सलाह दे रहे हैं क्योंकि हम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हितैषी हैं, विरोधी नहीं हैं. इसके साथ ही उन्होंने राम मंदिर ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय सहित सभी पदाधिकारियों के इस्तीफे की मांग की थी.”