तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के बेटे और राज्य सरकार में मंत्री उदयनिधि स्टालिन ने सनातन धर्म को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा,’मच्छर, डेंगू, कोरोना और मलेरिया ऐसी चीजें हैं, जिनका हम विरोध नहीं कर सकते हैं। हमें उन्हें खत्म करना है। सनातन भी ऐसा ही है। सनातन का विरोध नहीं, बल्कि उन्मूलन करना हमारा पहला काम है।’ उदयनिधि के इस बयान की पूरे देश में आलोचना हो रही है।
स्वामी रामभद्राचार्य ने क्या कहा?
मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बयान पर स्वामी रामभद्राचार्य का बयान सामने आया है। उन्होंने कहा, ‘उदयनिधि स्टालिन मूर्ख है। सनातन धर्म को मिटाने वाले ही मिट जाएंगे, यह धर्म एक विश्वास है। सनातन धर्म ही ऐसा है, जहां पर नारी को मां माना जाता है। जहां पर द्रव्य को मिट्टी ढेला माना जाता है। जहां चीटीं को भी आटा खिलाते हैं। वो धर्म डेंगू मलेरिया कैसे हो गया।’
रामभद्राचार्य ने कहा, ‘मानवता की रक्षा होनी है तो सनातन धर्म की क्षत्र छाया में होनी है। प्रत्येक हिंदू को तैयार रहना होगा, जिससे ऐसी टिप्पणी ना हो। टिप्पणी उसकी होती है जो महत्वपूर्ण होता है। पूरे राष्ट्र को हमें राममय करना होगा। सनातन धर्म कभी नहीं मिटेगा। सनातन धर्म स्वयंभू है। जो जन्म लेता है, वो मिटता है। सनातन धर्म ऐसा नहीं है।’