पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने स्वामी श्री राघवाचार्य जी महाराज, अयोध्या जी के मुखारविंद से पटना के गांधी मैदान में आध्यात्मिक सत्संग समिति द्वारा आयोजित “श्री रामकथा” का श्रवण कर सौभाग्य प्राप्त किया। उनके साथ भागलपुर भाजपा के पूर्व प्रत्याशी डा. अर्जित चौबे भी सम्मिलित हुए।
अश्विनि चौबे ने कहा की आज स्वामी जी के द्वारा श्री राम के आविर्भाव स्थल भागलपुर एवं सिद्धाश्रम, बक्सर में महर्षि बाबा विश्वामित्र के महात्म्य और श्री राम कर्मभूमि का व्याख्यान किया जिसे सुनकर हृदय अभिभूत हो गया। उन्होंने बतौर श्रीराम कथा के अति विशिष्ट अतिथि के रूप में संबोधन भी किया और स्वामी जी के सम्मुख कहा की जगतगुरु श्रीरामभद्राचार्य जी महाराज द्वारा विश्व का सबसे बड़ा पराक्रमी श्रीराम की मूर्ति निर्माण के आह्वान पर प्रकाश डालते हुए दोहराया की संतो की वाणी खाली नहीं जाएगी और द्वापर का चंपानगर सहित बक्सर तक कर्मभूमि निर्माण एवं जल्द मूर्ति और स्मारक निर्माण कार्य सपलीभूत होगा, जिसका संकल्प लेकर निरंतर कार्य प्रगति पर है। साथ ही डी पी आर बनाकर भारत सरकार का उपक्रम कंपनी बेसिल द्वारा अत्याधुनिक लाइट एंड साउंड स्थल, रामरेखा घाट पर निर्माण कार्य प्रगति में है, जिसका जल्द ही शुभारंभ किया जाएगा। विदित हो की लाइट एंड साउंड का ट्रायल, भूमि पूजन और शिलान्यास निवर्तमान सांसद बक्सर सह पूर्व केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे एवं बिहार सरकार के पर्यटन सह पर्यावरण मंत्री प्रेम कुमार ने संयुक्त रूप से किया था।
अर्जित ने बताया की संतो के आह्वान के उपरांत श्रीराम कर्मभूमि द्वारा पिछले वर्ष अंग क्षेत्र के मंदार पर्वत पर संत शिरोमणि जगतगुरु स्वामी श्री रामभद्राचार्य जी महाराज एवं जगतगुरु स्वामी श्री अनंताचार्य जी महाराज के सानिध्य में निवर्तमान केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे एवं महामहिम राज्यपाल बिहार राजेंद्र विश्वनाथ अर्लेकर द्वारा श्री मंदारेश्वर काशी विश्वनाथ मंदिर के जीर्णोद्धार एवं निर्माण का भूमि पूजन और शिलान्यास किया साथ ही उसी स्थल पर श्रद्धालुओं के लिए विश्रामालय, अतिथिशाला आदि निर्माण कार्य का भी शिलान्यास किया था जो प्रक्रियाधीन है। साथ ही अर्जित ने कहा की उनके संयोजन में 11 जनवरी 2024 को भागलपुर के कहलगांव से अयोध्या जी तक श्री राम आविर्भाव रथ यात्रा निकाला था जिसमे श्रृंगी ऋषि द्वारा दशरथ जी को पुत्रेष्टि यज्ञ का संकल्प दिलाया था, वहीं से उत्तरवाहिनी गंगा का जल और मृतिका लेकर अयोध्या में मंदिर निर्माण उपरांत रामलला के अभिषेक हेतु हजारों लोगों के साथ लेकर गए थे। कार्यक्रम के संयोजक भागलपुर निवासी विजय किशोरपुरिया और आध्यात्मिक सत्संग समिति के अध्यक्ष कमल नोपानी थे।