नेपाल में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश से उत्तरी बिहार में कोहराम मचा है. गंडक और कोशी नदी के जलस्तर में भारी उछाल आया है. नेपाल के बराह क्षेत्र में दोपहर 01 बजे 4 लाख 45 हजार 550 क्यूसेक पानी और कोसी बराज से पांच लाख 21 हजार 455 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ है। कोसी के उफान से सुपौल सहित, सहरसा, मधेपुरा, मधुबनी, दरभंगा, खगड़िया, कटिहार और भागलपुर जिलों में भारी तबाही मचने की आशंका है। इधर बाल्मिकी नगर बराज से शनिवार दोपहर 1 बजे तक 4,32,250 cusecs (R) पानी डिस्चार्ज हुआ है. इस वजह से गंडक नदी के जलस्तर में उछाल आ गया है. जल संसाधन विभाग के प्रधान सचिव ने संबंधित जिलाधिकारियों को हाई अलर्ट जारी किया है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने शनिवार शाम 6:00 बजे तक रिपोर्ट जारी किया गया है. सरकार की तरफ से जो रिपोर्ट जारी की गई है उसमें गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में भारी वृद्धि हुई है. लिहाजा 13 जिलों के लगभग 1 लाख 41000 की आबादी बाढ़ से प्रभावित हुई है. 13 जिलों में पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, अररिया, किशनगंज, गोपालगंज, शिवहर, सीतामढ़ी, सुपौल, सिवान, मधेपुरा, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया एवं मधुबनी के 20 प्रखंडों के 140 ग्राम पंचायत बाढ़ से प्रभावित है।
आपदा प्रबंधन विभाग ने सभी जिलों के डीएम को निर्देशि दिया है कि गंडक, कोसी, बागमती, महानंदा एवं अन्य नदियों के जलस्तर में लगातार वृद्धि हो रही है. लिहाजा कुछ दिनों तक जल स्तर पर लगातार निगरानी रखें. साथ ही सभी जिलों के जिलाधिकारी से कहा गया है कि जिन क्षेत्रों में पानी फैल रहा है वहां एनडीआरएफ, एसडीआरएफ की मदद से लोगों को सुरक्षित स्थान तक ले जाएं. बाढ़ राहत शिविर एवं सामुदायिक रसोई का संचालन करें. बीमार लोगों के उपचार के लिए दवाओं के साथ चिकित्सकों की प्रति नियुक्ति करें . साथ ही जहां मार्ग अवरुद्ध है वहां मोबाइल चिकित्सा दल के साथ बोट एंबुलेंस का परिचालन सुनिश्चित करें।