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चिराग पासवान के बंगला खाली करने पर तेजस्वी ने कहा- बीजेपी ने हनुमान के घर में ही आग लगा दी

आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने पासवान परिवार के जरिए बीजेपी पर निशाना साधने की कोशिश की है। तेजस्वी ने कहा, ‘दिवंगत एलजेपी फाउंडर राम विलास पासवान आखिर तक बीजेपी के साथ खड़े रहे। चिराग कहते हैं कि वह हनुमान हैं लेकिन यहां तो हनुमान के ही घर में आग लगा दी गई। ये बीजेपी का साथ देने का नतीजा है।’

हालही में एलजेपी सांसद चिराग पासवान ने कहा था कि जिस तरह से घर खाली करवाया गया, मैं इस बात से आश्चर्यचकित हूं। मैंने कभी नहीं कहा कि मैं 12 जनपथ हमेशा के लिए चाहता हूं। मेरा परिवार कानून का सम्मान करता है। हम घर खाली करने के लिए तैयार थे, लेकिन क्या हमें इस तरह अपमानित किया गया? चिराग ने कहा कि बिहार के लोग सब कुछ देख रहे हैं।

गौरतलब है कि चिराग पासवान ने बुधवार को 12 जनपथ बंगला खाली कर दिया था, जो उनके पिता और पूर्व केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान को आवंटित किया गया था। निष्कासन नोटिस के महीनों बाद एलजेपी सांसद ने ये बंगला खाली किया।

इसके बाद खबर ये भी सामने आई कि दिल्ली उच्च न्यायालय ने दिवंगत रामविलास पासवान को आवंटित बंगले को खाली कराने के आदेश के खिलाफ दायर याचिका को गुरुवार को खारिज कर दिया है।

बता दें कि सांसद चिराग पासवान ने ये भी कहा है कि बंगला खाली कराने के पीछे बेइज्जत करने की साजिश है। उन्होंने कहा कि केंद्र के एक बड़े मंत्री ने मुझे एक दिन पहले अपने घर पर बुलाकर ये बता दिया था कि बंगला खाली करा लिया जाएगा और इसे चाहकर भी रोका नहीं जा सकता है।

भागलपुर : महंगाई व भ्रष्टाचार को लेकर वर्तमान सरकार पर तेजस्वी यादव नें जमकर साधा निशाना

एमएलसी चुनाव में आए प्रतिपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने महंगाई व भ्रष्टाचार को लेकर वर्तमान सरकार पर जमकर साधा निशाना

तेजस्वी ने कहा- यह सरकार नहीं सर्कस है,पहले भाजपा को महंगाई डायन लगती थी ,अब महबूबा लगने लगी है

भागलपुर : बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव कल भागलपुर जिला स्कूल मैदान में एमएलसी चुनाव प्रचार के लिए पहुंचे। उन्होंने पहले संजय कुमार के लिए लोगों से वोट देने की अपील की उसके बाद वर्तमान सरकार को जमकर कोसना शुरू कर दिया। तेजस्वी ने कहा- बिहार में नल से जल नहीं अफसरों के घरों में धन पहुंच रहा है। वहीं दूसरी ओर उन्होंने कहा कि पहले भाजपा को महंगाई डायन लगती थी अब उसे यह महंगाई महबूबा लगने लगी है। यह सरकार अब नहीं चलने वाली। यह दो इंजन की ही सरकार नहीं तीन इंजन वाली सरकार हो गई है।

तेजस्वी ने कहां पूरे सूबे में हर 4 घंटे में दुष्कर्म और 5 घंटे के अंदर हत्या हो रही है। बिहार में सुरक्षा का आलम यह है कि सीएम पर हमला हो जाता है ।हमने इस घटना की निंदा की क्योंकि लोकतंत्र में हिंसा के लिए कोई जगह नहीं है। यह सरकार नहीं सर्कस है ।उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि पता नहीं राज्य सरकार केंद्र की मोदी सरकार से विशेष राज्य का दर्जा मांग रही है कि रूस के राष्ट्रपति पुतिन से ।वहीं उन्होंने कहा कि बिहार विधानसभा के अध्यक्ष की बात थानेदार तक नहीं सुनते तो पंचायत प्रतिनिधियों की बात कौन सुनेगा।

तेजस्वी ने VIP नेता पर साधा निशाना, बोले- ‘सहनी को कहा था मत करिए घमंड’

बिहार में होने वाले एमएलसी चुनाव को लेकर प्रचार का दौर जारी है. इसी क्रम में मंगलवार को नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव चुनावी दौरे पर औरंगाबाद के बारुण पहुंचे. यहां उन्होंने एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि विधान परिषद में आपकी (जनता) आवाज बुलंद तभी होगी, जब हम मजबूत होंगे. अभी हमारी स्थिति अच्छी नहीं है. हमें ऊपरी सदन में विपक्ष का भी अधिकार नहीं मिला है. ऐसे में अगर आपने 24 में से 15 सीट भी दिया तो हम दोनों सदनों में मजबूती से आपके सवाल करेंगे और सरकार से जवाब मांगेंगे.

मुख्यमंत्री पर साधा निशाना

इस दौरान तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर करारा प्रहार करते हुए कहा कि राज्य में अपराध, भ्रष्टाचार, अफसरशाही, महंगाई और बेरोजगारी चरम पर है. सरकार द्वारा इन पर लगाम लगाने की कोई कोशिश नहीं की जा रही है. इस राज्य में न तो जनप्रतिनिधियों का सम्मान है और न ही सत्ता के कार्यकर्ताओं का. लाखों लोगों के वोट से चुने हुए जनप्रतिनिधियों को अधिकारियों से अपमानित होना पड़ता है. ऐसे में आम जनता का क्या हश्र होता होगा यह समझा जा सकता है.

नेता प्रतिपक्ष ने कहा, ” अपनी प्रतिष्ठा बचाने के लिए जनप्रतिनिधियों को चुप्पी साधना पड़ रहा है. वहीं, जो मुखर होकर विरोध कर रहे हैं, उन्हें जलील होना पड़ रहा है. पिछले विधानसभा चुनाव में भी जनता का समर्थन राष्ट्रीय जनता दल के साथ था. लेकिन एनडीए के लोगों ने चोर दरवाजे से गलत तरीका अपनाते हुए सरकार बना ली. लेकिन जनता सब जानती है कि कैसे साल 2020 के विधानसभा चुनाव में आरजेडी के जीते हुए प्रत्याशियों को हराने का काम किया गया.”

सहनी को बताया रिचार्ज कूपन

जनसभा के दौरान नेता प्रतिपक्ष ने मुकेश सहनी को भी आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा कि मैंने मुकेश सहनी को कहा था कि आप मंत्री बनकर घमंड में मत रहिए क्योंकि आप एक रिचार्ज कूपन की तरह हो गए हैं. आगे रिचार्ज होगा कि नहीं, इसकी गारंटी नहीं है. अब उनकी स्थिति वैसी ही हो गई है.

वहीं, इस दौरान उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हुए हमले की कड़े शब्दों में निंदा की. तेजस्वी ने कहा कि जनता अपना आक्रोश का इजहार वोटों की ताकत से करें न कि ऐसी हरकत करके. साथ-साथ उन्होंने उनकी सुरक्षा व्यवस्था पर भी सवाल खड़े किए और कहा कि जब राज्य की सर्वश्रेष्ठ सुरक्षा व्यवस्था को भेदकर कोई इतनी बड़ी गुस्ताखी कर देता है तो आम लोगों की सुरक्षा कैसे होती होगी यह सहज ही समझ जा सकता है.

विलय के मायने! क्या शरद-लालू के मिलन से बदलेगी बिहार की राजनीतिक बिसात?

विपक्षी एकता की ओर पहला कदम बताते हुए समाजवादी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने रविवार को अपने लोकतांत्रिक जनता दल का बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव की राष्ट्रीय जनता दल में विलय कर दिया. लंबे समय बाद दो बड़े यादव नेता के एक साथ आने के बाद चर्चाओं का एक दौर निकल पड़ा है. सबसे महत्वपूर्ण जो चर्चा है वो ये है कि क्या दो यादवों के मिलने से बिहार का राजनीतिक समीकरण बदल जाएगा?

एक-दूसरे का करते रहे हैं विरोध

बता दें कि साल 1997 में लालू यादव के जनता दल यूनाइटेड से अलग होने के बाद शरद और लालू के बीच जबरदस्त राजनैतिक प्रतिद्वंद्विता थी. दोनों कई मौकों पर एक दूसरे को घेरते दिखते थे. लेकिन सालों बाद राजनीति ने फिर दो कट्टर प्रतिद्वंद्वियों को एक ही मंच पर लाकर खड़ा कर दिया है. बता दें कि शरद फिलहाल किसी राजनीतिक पद पर नहीं है. उनके राज्यसभा सांसद का कार्यावधी भी समाप्त हो गई है. ऐसे में आरजेडी में अपनी पार्टी का विलय कराना राजनीति में उनके लिए नए रास्ते खोल सकता है.

नीतीश कुमार का नहीं दिया था साथ

मालूम हो कि 2017 में नीतीश कुमार महागठबंधन से जब एनडीए में आए थे तो शरद यादव ने उनका साथ देने से मना कर दिया था. इसके बाद जेडीयू की तरफ से उनकी राज्यसभा सदस्यता समाप्त करा दी गई थी. ऐसे में शरद यादव ने इस फैसले को कोर्ट में चुनौती दी थी. तब शरद यादव को कहा गया था कि जब तक मामले की सुनवाई पूरी नहीं हो जाती तब तक वह सरकारी बंगले में रह सकते हैं.

बता दें कि 2014 के लोकसभा चुनाव में शरद ने बिहार के मधेपुरा से आरजेडी की टिकट पर चुनाव लड़ा था. लेकिन वे हार गए थे. इसके बाद उनकी बेटी सुहासिनी यादव ने साल 2020 के बिहार विधानसभा चुनाव में बिहारीगंज सीट से कांग्रेस की टिकट पर किस्मत आजमाई थी और मुंह की खाई थी.

शरद यादव का लाभ होना तय

ऐसे में देखा जाए तो आरजेडी को शरद को पार्टी में मिलाने का कुछ खास लाभ आने वाले समय में तो नहीं दिख रहा. ऐसा इसलिए क्योंकि शरद यादव की एलजेडी ने बिहार में एक भी चुनाव नहीं लड़ा है. ना ही वे लालू यादव की तरह बिहार के चर्चित नेता हैं. जबकि आरजेडी 2020 के विधानसभा चुनाव में 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बनकर उभरी थी. पार्टी के पास सबसे बड़ा वोट शेयर भी था, जिसके पक्ष में 23% से अधिक वोट पड़े थे. ऐसे में भले ही शरद यादव निश्चित रूप से आरजेडी का अंग बनकर एक लाभ प्राप्त करते हैं. लेकिन ये स्पष्ट नहीं है कि आरजेडी को क्या लाभ होगा.

पटना : राबड़ी आवास पर इस बार भी नहीं मनेगी होली, लालू यादव कभी करते थे ‘कुर्ता फाड़’ डांस

बिहार में होली के त्योहार का अपना ही मजा है. बात जब होली की हो तो लालू यादव के कुर्ता फाड़ होली को भला कैसे भूला जा सकता है. हालांकि इस बार भी लालू यादव के यहां होली पर सन्नाटा रहेगा यह तय हो गया है. दस सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी आवास पर होली का रंग कुछ खास नहीं रहेगा. गुरुवार को ही राबड़ी देवी ने यह बात कह भी दी थी कि इस बार वो होली नहीं मनाएंगी. लालू यादव हैं नहीं और ऐसे में आरजेडी समर्थकों की भीड़ नहीं लगेगी.

दरअसल, लालू यादव रांची में हैं और रिम्स में इलाजरत हैं. डोरंडा कोषागार मामले में उन्हें 60 लाख रुपये का जुर्माना और पांच साल की जेल की सजा सुनाई गई है. होली से पहले कई बार उन्होंने रांची हाई कोर्ट में बेल के लिए याचिका भी लगाई थी. गुरुवार को विधानसभा के लिए पहुंचीं राबड़ी देवी ने मीडिया से कहा कि वो इस बार होली नहीं मनाएंगी क्योंकि लालू यादव जेल में हैं. उन्होंने प्रदेश के लोगों को होली की शुभकामनाएं दी, शांति और भाईचारे के साथ लोगों को होली मनाने के लिए कहा.

अनोखे अंदाज में लालू-राबड़ी आवास पर होती थी होली
होली का त्योहार पूरे देश में बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है. होली के दिन पूरे बिहार के लोगों की नजर कभी राबड़ी आवास पर टिकी रहती थी. क्योंकि राबड़ी आवास पर जब लालू यादव होते थे तो होली एक अनोखे अंदाज में मनाई जाती थी. लालू यादव इस पर्व को बड़े आनंदित होकर मनाते थे. लालू समर्थकों और प्रदेश के बड़े नेताओं की भीड़ राबड़ी आवास पर लगती थी, लेकिन इस बार रंग फीका पड़ गया है.

खुद लालू यादव गाते थे गीत
आपको बता दें कि लालू प्रसाद जमीन से जुड़े नेता हैं. उनके भाषण की बात करें या बोलने की, दोनों का अलग ही अंदाज होता था. उनका ठेठ गंवई अंदाज और पर्व त्योहार मनाने का तरीका भी कुछ अलग होता है. जब लालू प्रसाद यादव का परिवार बिहार की सत्ता का केंद्र हुआ करता था तब होली के मौके पर उनके घर ना सिर्फ राजनीति से जुड़े हुए लोगों का जमावड़ा लगता था, बल्कि होली के दिन समाज के हर तबके के लोग घर पहुंचते थे. रंग गुलाल खेला जाता था. ढोल मजीरे की थाप पर फगुआ गाया जाता था. लालू यादव भी गाते थे.

होली से पहले रेचल के साथ दिल्ली गए तेजस्वी
लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव भी अपनी पत्नी रेचल उर्फ राज श्री यादव के साथ बीते मंगलवार की शाम दिल्ली चले गए हैं. ऐसे में अगर बात करें तो अगर वो भी पटना में नहीं रहते हैं तो आरजेडी के बड़े नेता, समर्थक और कार्यकर्ताओं की भीड़ कम ही लगेगी. यह तय है कि इस बार भी सन्नाटा पसरा रहेगा और लालू के कुर्ता फाड़ होली की याद आती रहेगी. वहीं लोग सोशल मीडिया पर उनकी पुरानी तस्वीरें देखते रहेंगे.

लोकतांत्रिक जनता दल को राष्ट्रीय जनता दल में किया जाएगा विलय, शरद यादव ने जारी किया बयान

पूर्व केंद्रीय मंत्री शरद यादव ने बुधवार को बयान जारी कर कहा है कि उनकी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) का 20 मार्च को राष्ट्रीय जनता दल में विलय किया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा है कि पूरे देश और आम जनता के हितों को ध्यान में रखते हुए यह कदम उठाया जा रहा है. देश में मौजूदा राजनीतिक स्थिति को देखते हुए बिखरे हुए जनता परिवार को एक साथ लाने के मेरे नियमित प्रयासों की पहल के रूप में यह कदम जरूरी हो गया है.

शरद यादव ने बयान में कहा है- “एक समय था जब वर्ष 1989 में अकेले जनता दल के पास लोकसभा में 143 सीटें थीं. जनता दल परिवार ने अतीत में विशेष रूप से मंडल आयोग की सिफारिशों को लागू करने के बाद विभिन्न सरकारों के गठन में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी. इसके बाद, देश में वंचित वर्गों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति में काफी उत्थान देखने को मिला है.”

जेडीयू से अलग होने के बाद बनी थी पार्टी
शरद यादव ने कहा है कि जनता दल (यूनाइटेड) से अलग होने के बाद मई, 2018 में उन्होंने अपनी पार्टी लोजद का गठन किया था. उन्होंने दावा किया कि भाजपा सरकार विफल रही है और लोग एक मजबूत विपक्ष की तलाश कर रहे हैं. शरद यादव ने कहा कि आरजेडी प्रमुख लालू प्रसाद ने 1997 में जनता दल छोड़ दिया था और इसके नेतृत्व के साथ अपने मतभेदों के कारण अपनी पार्टी बनाई थी.

राज्यसभा भेज सकते हैं तेजस्वी यादव
बता दें कि शरद यादव के राज्यसभा का कार्यकाल जुलाई 2022 में समाप्त हो रहा है. मालूम हो कि 2017 में नीतीश कुमार महागठबंधन से जब एनडीए में आए थे तो शरद यादव ने उनका साथ देने से मना कर दिया था. इसके बाद जेडीयू की तरफ से उनकी राज्यसभा सदस्यता समाप्त करा दी गई थी. लंबे समय से बीमार चल रहे पूर्व केंद्रीय मंत्री व एलजेडी चीफ शरद यादव का स्वास्थ्य धीरे-धीरे ठीक अब हो रहा है. ऐसे में वे जल्द सक्रिय राजनीति में लौट सकते हैं. चर्चा है कि नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव उनको राज्यसभा भेज सकते हैं.

पत्नी रेचल के साथ दिल्ली निकले तेजस्वी यादव, इधर पटना में तेज प्रताप हो गए बीमार

नेता प्रतिपक्षा तेजस्वी यादव इस बार दिल्ली में मनाएंगे. वे अपनी पत्नी रेचल उर्फ राज श्री के साथ मंगलवार की शाम दिल्ली चले गए हैं. एक तरफ तेजस्वी यादव दिल्ली पहुंचे तो वहीं दूसरी ओर एक खबर है कि उनके बड़े भाई तेज प्रताप यादव पटना में बीमार हो गए हैं. रात में आवास पर डॉक्टर बुलानी पड़ी. इसके बाद उन्हें देखा गया.

तेजस्वी यादव की शादी के बाद पहली होली

माना जा रहा है कि तेजस्वी यादव की इस बार की होली पटना नहीं बल्कि दिल्ली में मनेगी. अभी होली में कुछ दिन बाकी है ऐसे में तेजस्वी यादव पटना भी लौट सकते हैं. इससे पहले भी क्रिसमस के मौके पर तेजस्वी यादव पत्नी रेचल को लेकर दिल्ली गए थे. एक बार फिर त्योहार से पहले वो दिल्ली चले गए हैं. इसको लेकर भी खूब चर्चा है.

लालू आवास पर होली पर रहेगा सन्नाटा
होली में चंद दिन बचे हैं. लालू यादव अभी रांची एम्स में इलाजरत हैं और बेल के लिए भी हाई कोर्ट में लगातार याचिका लगाई जा रही है. एक तरफ लालू यादव नहीं हैं तो वहीं दूसरी ओर तेजस्वी यादव भी पटना से दिल्ली चले गए हैं. बात करें तेज प्रताप यादव की तो उनकी भी तबीयत खराब है. ऐसे में अगर तेजस्वी यादव भी होली पर पटना नहीं आते हैं तो लगभग तय है कि पटना में उनके यहां होली में सन्नाटे जैसा रहेगा. लालू यादव रहते थे तो बात अलग होती थी.

तेज प्रताप यादव पहले भी कई बार अचानक होते रहे हैं बीमार

आपको बता दें कि इससे पहले भी कई बार तेज प्रताप यादव की अचानक तबीयत खराब हो चुकी है. मंगलवार शाम की बात करें तो इसी तरह कुछ हुआ. बुखार और अन्य समस्या हुई.  इसके बाद रात में ही डॉक्‍टर उनके आवास पर पहुंचे. तबीयत अभी ठीक बताई जा रही है.

आसन के अपमान पर भड़के तेजस्वी, कहा- ‘कंट्रोल में रहें CM नीतीश’, स्पीकर से मांगे माफी

बिहार में विधानसभा अध्यक्ष के अपमान मामले पर विवाद जारी है. इसी क्रम में आरा पहुंचे प्रदेश के पूर्व डिप्टी सीएम और सदन में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी. स्पीकर के अपमान पर उन्होंने कहा, “अध्यक्ष को अपमानित करना लोकतंत्र के लिए काला दिन है. लोकतंत्र की हत्या की जा रही है. ये नीतीश कुमार का तानाशाही रवैया है. सदन के संरक्षक को अरे-तरे करना ठीक नहीं है. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को विजय सिन्हा से माफी मांगनी चाहिए.”

सीएम को नहीं खोना चाहिए आपा 

तेजस्वी यादव ने आगे कहा कि ” सोमवार की घटना से विधानसभा अध्यक्ष काफी आहात हुए हैं. वह मर्माहत हैं, इसलिए वह आज सदन में भी नहीं आएं. ऐसा आज तक पहले किसी ने नहीं देखा था. हर बात बात पर, जब-जब सरकार की नाकामी गिनाई जाती है, नीतीश कुमार नाराज हो जाते हैं. पहले जनता बोलती थी. फिर हमने बोला. उनके सहयोगी दल और मंत्री भी बोले. अब जब विधानसभा अध्यक्ष ने कह दिया तो नीतीश तो उन्होंने अपना आपा खो दिया. लेकिन उन्हें इस तरह से आपा नहीं खोना चाहिए. उन्हें कंट्रोल में रहना चाहिए.”

कर्नाटक कोर्ट के फैसले पर कही ये बात

हिजाब विवाद पर कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को तेजस्वी ने मानने से साफ इनकार कर दिया. उन्होंने पत्रकारों के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि हिजाब विवाद बकवास की चीज है. हमको जो पहनना है. हम पहनेंगे. हमको कौन रोक सकता है.

नीतीश जी सबकी शक्ति अपने हाथ में कर लेना चाहते हैं : तेजस्वी यादव

बिहार विधानपरिषद चुनाव को लेकर मुजफ्फरपुर से राजद प्रत्याशी शंभू सिंह ने अपना नामांकन दाखिल किया। राजद नेता तेजस्वी यादव ने मुजफ्फरपुर में आज एक जनसभा को संबोधित किया। सदन में नीतीश की बौखलाहट पर तेजस्वी यादव ने कहा कि जब विधानसभा अध्यक्ष की थानेदार नहीं सुनता है तो जनप्रतिनिधियों की क्या सुनेगा? बिहार में अफसरशाही हावी हो गया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए तेजस्वी ने कहा कि नीतीश जी सबकी शक्ति अपने हाथ में कर लेना चाहते हैं। इसे तानाशाही नहीं कहेंगे तो क्या कहेंगे। अब यह जनता को तय करना होगा कि इस लोकतंत्र की धरती पर तानाशाह रवैय्या अपनाने वाले को रहना ठीक होगा या नहीं?

नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बिहार विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की शिकायत थी कि थानेदार भी उनकी बातों को नहीं सुनता है। बिहार का सबसे बड़ा पंचायत विधानसभा है और हमलोगों के संरक्षणकर्ता विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा हैं। अब आप कल्पना कीजिए कि इतनी अफसरशाही बढ़ गयी है कि विधानसभा अध्यक्ष विजय सिन्हा की जब नहीं सुनी जा रही है तो हमारी और जनप्रतिनिधि का क्या सम्मान कोई करेगा। सारी शक्ति को सेंटरलाइज कर लिया गया है। नीतीश जी चाहते है कि सबका शक्ति अपने हाथ में कर ले तो इसको तानाशाही ही ना कहते हैं। तेजस्वी ने लोगों से पूछा कि अब आपको तय करना होगा कि इस लोकतंत्र की धरती पर तानाशाही वाले को रहना उचित है या नहीं?

वही बिहार में शराबबंदी पर तेजस्वी ने कहा कि शराब प्रशासन के लोग ही बिकवाते हैं। राज्य में भ्रष्टाचार बढ़ा हुआ है। मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव के यहां यदि रेड मारा जाए तो अरबों-खरबों मिलेगा।

तेजस्वी ने कहा कि जीतन राम मांझी कुछ बोलते हैं और मुकेश सहनी कुछ और बोलते हैं। ऐसा लगता है कि सरकार नहीं चल रहा कोई सर्कस चल रहा है। गजब सर्कस है भाई। मुकेश सहनी कहते है कि उनकी एक चपरासी भी नहीं सुनता है।

बिहार विधानसभा चुनाव में मिले वोट के आंकड़ों को बताते हुए तेजस्वी ने कहा कि एक करोड़ 56 लाख वोट हमें मिला था जबकि एनडीए को एक करोड़ 56 हजार 12 हजार वोट मिला। चोर दरवाजे से बेईमानी करके एनडीए ने सरकार बनायी। महागठबंधन और एनडीए में मात्र 12 हजार वोट का अंतर था। लेकिन एक बात और है कि पहले राजद को 20 प्रतिशत वोट मिले थे जो बढ़कर अब 44.5 प्रतिशत हो गया है। 44.5 प्रतिशत वोट हमें विधानसभा चुनाव में मिला। इससे यह साबित होता है कि हर वर्ग और धर्म के लोगों ने राजद को वोट दिया। हमारी कोशिश रहती है सबकों साथ लेकर चलने की।

तेजस्वी ने कहा कि गरीबी और बेरोजगारी क्या जात देखकर आता है। सभी जातियों में यह समस्या आज भी मौजूद है। यदि यह समस्या है तो इसके लिए जिम्मेवार कौन है? 15 साल से किसकी सरकार है आप सभी जानते है। 15 साल में नीतीश कुमार ने कौन कौन सा काम किया। जात-पात छोड़ना होगा और हमारा साथ देना होगा तभी हम बिहार को आगे बढ़ाने का काम करेंगे।

तेजस्वी ने दावा किया कि एमएलसी चुनाव वे जीतकर रहेंगे। 23 सीट आरजेडी और एक सीट लेफ्ट लड़ रही है। राजद के 16 प्रत्याशियों का आज नामांकन हुआ है। पटना से वैशाली, पश्चिमी चंपारण, मोतिहारी, सीतामढ़ी से सीधे मुजफ्फरपुर लोगों के बीच आएं है। इसके बाद मुंगेर और कटिहार भी जाएंगे। तेजस्वी ने लोगों से अपील की है कि राजद प्रत्यासी शंभू सिंह को अपना वोट देकर लालू जी के हाथों को मजबूत करें।

यूपी में योगी की विदाई तय, 10 मार्च को आ रहे हैं अखिलेश : तेजस्वी यादव

उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव का आज आखिरी चरण का मतदान हो रहा है. विधानसभा चुनाव के सातवें और आखिरी चरण का मतदान सुबह 7 बजे से शुरू हो गया. शाम 6 बजे तक वोटिंग चलेगी. इस चरण में 9 जिलों की 54 विधानसभा सीटों पर वोट डाले जा रहे हैं. सभी राजनीतिक दल अपनी-अपनी जीत का दावा करने में लगे हुए हैं.

बिहार की सियासत भी उत्तर प्रदेश चुनाव को लेकर खूब गर्म है. यूपी चुनाव के परिणाम को लेकर बिहार के राजनीतिक दल भी अपनी नजरें बनाए हुए हैं. इस दरमियान नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने बड़ा दावा कर दिया है. तेजस्वी यादव ने कहा कि यूपी में एकतरफा वोट पड़ रहा है. बीजेपी की सरकार का उत्तर प्रदेश में सफाया होने वाला है.

तेजस्वी यादव ने कहा कि आज अंतिम चरण के मतदान हो रहे हैं. 10 मार्च को रिजल्ट आएगा. अब समाजवादी पार्टी की सरकार मुख्यमंत्री अखिलेश यादव बना रहे हैं. तेजस्वी यादव ने कहा कि यूपी की जनता बीजेपी को आइना दिखा रही है. जनता ने ठान लिया है कि बीजेपी को भगाना है. जिससे बीजेपी नेताओं की परेशानी बढ़ी हुई है. उनकी परेशानी को देख कर लग रहा है कि अब उनके सरकार की विदाई तय हो गई है.

भाजपा नेता के एक बयान को लेकर भड़के तेजस्वी यादव, बोले- “BJP माहौल खराब करना चाहती है’

बीजेपी विधायक हरी भूषण ठाकुर बचौल द्वारा बीते दिनों दिए गए विवादित बयान को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव  ने शनिवार को भारतीय जनता पार्टी को खूब सुनाया. तेजस्वी यादव ने कहा कि जनता हमें चुनकर लोगों की भलाई के लिए सदन में भेजती है ना कि माहौल बिगाड़ने के लिए. यह देश सभी धर्मों का है इसलिए जो भी नेता इस तरह की भाषा बोलते हैं वह संविधान में उचित नहीं है. तेजस्वी यादव ने मीडिया से बातचीत के दौरान यह सारी बातें कहीं.

तेजस्वी यादव ने बीजेपी विधायक हरि भूषण ठाकुर बचौल पर हमला करते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी के नेता हर समय माहौल खराब करने की फिराक में रहते हैं, लेकिन उन लोगों को ऐसा नहीं करना चाहिए. जनता चुनकर भेजती है क्षेत्र के विकास के लिए. पढ़ाई, दवाई, सिंचाई और कमाई की बात करनी चाहिए. नफरत की राजनीति कर दो, धर्म की राजनीति कर दो और काम बन जाएगा. मेरे ख्याल से इस तरह का टीका-टिप्पणी करना किसी को शोभा नहीं देता है.

हरि भूषण बचौल ने क्या कहा था?

बीजेपी नेता और विधायक हरिभूषण ठाकुर बचौल ने मुस्लिम समुदाय के लोगों को टारगेट करते हुए कहा था कि ये सभी हमारे देश को तोड़ने और इस्लामिक स्टेट बनाने की साजिश के तहत काम कर रहे हैं. ऐसे में सरकार इनसे मतदान का अधिकार वापस ले ले. 1947 में धर्म के नाम पर देश का विभाजन हुआ था. उन्हें धर्म के आधार पर दूसरा देश मिल गया था. ऐसे में उन्हें वहीं चले जाना चाहिए था, लेकिन अगर अब वो देश में रह रहे हैं तो सरकार से मांग करता हूं कि उनकी वोटिंग राइट को समाप्त कर दिया जाए. वो दूसरे स्तर के नागरिक बनकर भारत में रह सकते हैं.

हरि भूषण ठाकुर बचौल ने कहा था- “वे लोग आईएसआई के एजेंडे के तहत भारत को इस्लामिक स्टेट बनाना चाहते हैं. अफगानिस्तान और पाकिस्तान में ये लोग क्या कर रहे हैं, वो सभी लोग देख रहे हैं. ये लोग इंसानियत के दुश्मन हैं. वो अल्पसंख्यक हैं ही नहीं. उनका एजेंडा है पूरे विश्व को इस्लामिक स्टेट बनाना.”

बिहार : गाय के नाम पर हुई जदयू नेता की निर्मम हत्या, तेजस्वी यादव नें नीतीश कुमार पर दागे तीखे सवाल

समस्तीपुर में पिछले दिनों हुई जदयू नेता मोहम्मद खलील रिजवी की हत्या के मामले में नया मोड़ आ गया है. सोशल मीडिया पर जदयू नेता के साथ गौ हत्या को लेकर सवाल करते हुए एक वीडियो वायरल हो रहा है. इसके बाद जदयू के नेता की हत्या मॉब लिंचिंग की घटना के रूप में बताई जाने लगी. इसको लेकर अब नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भी एक ट्वीट किया है.

तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार से सवाल पूछा है कि आखिर बिहार में यह किया हो रहा है. तेजस्वी ने लिखा है कि बिहार की NDA सरकार में कानून व्यवस्था पूर्णतः समाप्त हो चुकी है. गाय के नाम पर मुस्लिम युवक जो स्वयं JDU नेता था उसे पीट कर, जिंदा जलाकर दफ़ना दिया गया. नीतीश जी बताए, बिहार में लगातार ऐसी घटनाएँ क्यों हो रही है? लोग कानून को हाथ में क्यों ले रहे है?

बता दें कि जदयू नेता मोहम्मद खलील रिजवी का 17 फरवरी को अपहरण कर लिया गया था. इस बीच मृतक के भाई ने अपहरण से संबंधित मुसरीघरारी थाने में एक एफआईआर दर्ज कराई थी. मामला जदयू नेता से जुड़े होने की वजह से पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए SIT का गठन कर छापेमारी शुरू की, जिसमें जांच के आधार पर कल्याणपुर थाना क्षेत्र से एक आरोपी को पुलिस ने पकड़ा था.

पुलिस ने जब आरोपी से कड़ाई से पूछताछ की तो उसकी निशानदेही पर जदयू नेता का शव बरामद किया गया. पुलिस हिरासत में लिए गए विपुल कुमार के कल्याणपुर थाना क्षेत्र में बासुदेवपुर स्थित मुर्गी फार्म से शव मिला था. नौकरी दिलाने के नाम पर ली गई रकम न लौटाने के ऐवज में हत्या करने की बात आरोपी विपुल कुमार ने बताई. अब सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो को लोग मॉब लिंचिंग से जोड़कर देख रहे हैं.
समस्तीपुर के SP ने वायरल वीडियो की जांच कराई. इसके बाद जदयू नेता के साथ गौ हत्या और बेचने को लेकर सवाल जवाब करने वाले युवक के खिलाफ थाने में FIR दर्ज की गई. उसकी गिरफ्तारी के लिए एक विशेष टीम का गठन कर दिया है. एसपी ने बताया कि वीडियो वायरल करने वाले युवक के विरुद्ध पहले से थाने में केस दर्ज है. इंस्टाग्राम को भी वायरल वीडियो को लेकर पत्राचार किया गया है.

तेजस्वी नें CM नीतीश पर कसा तंज, बोले- कुंवारे से शादीशुदा हो गए, अब कब करेंगे जातीय जनगणना पर बैठक

बिहार की मुख्य विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल (RJD) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) ने शनिवार को आरजेडी के सदस्यता अभियान की शुरुआत की. इस दौरान लालू ने खुद पार्टी की सदस्यता ली और फिर तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने भी इसकी शुरुआत की. इसी कार्यक्रम के दौरान जेडीयू (JDU) नेता प्रेमा चौधरी (Prema Chaudhary) ने लालू यादव के सामने पार्टी का दामन थाम लिया. इधर, कार्यक्रम के बाद तेजस्वी पत्रकारों से मुखातिब हुए. इस दौरान उन्होंने सूबे के मुखिया नीतीश कुमार को जमकर घेरा.

जातीय जनगणना को लेकर कही बड़ी बात

उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के मुद्दे पर बात करते हुए कहा, ” जब हम कुंवारे थे, तभी सीएम नीतीश ने कहा था कि इस संबंध में बातचीत करने के लिए सर्वदलीय बैठक बुलाएंगे. अब मेरी शादी भी हो गई, मेरा हनीमून भी हो गया. लेकिन बैठक अब तक नहीं हुई. ऐसे में सवाल है कि वो बैठक कब कराएंगे?”

एक करोड़ लोगों को पार्टी से जोड़ने का लक्ष्य

 

तेजस्वी यादव ने कहा, ” आरजेडी के सदस्यता अभियान की आज से शुरुआत की गई है. पार्टी ने एक करोड़ से ज्यादा सदस्य बनाने का लक्ष्य रखा है. आरजेडी बड़ी पार्टी है, इसके सभी दल से ज्यादा सदस्य होंगे.” वहीं, विशेष राज्य के दर्जे की मांग पर उन्होंने मुख्यमंत्री हमला बोलते हुए कहा कि सीएम नीतीश किससे मांग रहे हैं, यह पता ही नहीं चलता है. वे खुद उस एनडीए का हिस्सा हैं, जिसकी केंद्र और राज्य दोनों ही जगह सरकार है.

 

वहीं, कर्नाटक में हिजाब को लेकर हुए टकराव पर नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि बीजेपी केवल सांप्रदायिक उन्माद फैलाना चाहती है. वहीं, इसका फायदा इलेक्शन में लेना चाहती है. इस दौरान जब उनसे रामबली चंद्रवंशी के संबंध में सवाल किया गया तो तेजस्वी यादव ने कहा कि मैं पुलिस में नहीं हूं. पुलिस अपनी कार्रवाई करेगी. हालांकि, उन्हें अब तक पार्टी से क्यों नहीं निकाला गया, उस सवाल पर उन्होंने चुप्पी साध ली.

कोरोना की पाबंदियां खत्म होते ही तेजस्वी यादव नें किया बड़ा ऐलान

बिहार में कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर लागू कई पाबंदियां सात फरवरी से खत्म हो जाएंगी. मॉल, स्कूल समेत धार्मिक स्थलों को भी खोल दिया गया है. क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद सरकार की तरफ से छूट के ऐलान के साथ ही नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) एक्शन में आ गए हैं. तेजस्वी यादव ने एलान किया है कि वह जल्द ही बिहार में बेरोजगारी रैली (Berojgari Rally) निकालने वाले हैं.

 

तेजस्वी यादव ने कहा कि उनकी पार्टी (आरजेडी) का अधिवेशन खत्म होने के बाद जिला स्तर पर कार्यक्रम तय किया जाएगा और उसके बाद बिहार दौरे पर वह युवाओं से संवाद करने के लिए निकलेंगे. उन्होंने कहा कि बिहार में सारी पाबंदियां खत्म हो गई हैं. अब राष्ट्रीय अधिवेशन की बैठक होगी. इसमें ‘बेरोजगारी हटाओ रैली’ को लेकर बातचीत की जाएगी.

रोजगार को लेकर नीतीश कुमार पर हमला

 

तेजस्वी यादव ने बिहार में रोजगार के एक सवाल पर कहा कि सरकार ने 19 लाख लोगों को रोजगार देने की बात कही थी, ये बताया जाए कि कितने लोगों को रोजगार मिला? रोजगार मिला नहीं बल्कि छीना गया है. पढ़े- लिखे छात्र रोजगार के लिए सड़क पर नजर आ रहे हैं. रेलवे जैसा संस्थान आज खत्म हो रहा है.

 

बिहार में एमएलसी का चुनाव होना है. एक सवाल पर कि कांग्रेस से अलग होकर आरजेडी अकेले चुनाव लड़ती है तो क्या एनडीए को फायदा होगा? उन्होंने कहा कि किसकों क्या फायदा होगा या नहीं होगा यह तो चुनाव के बाद ही पता चलेगा.

 

लता मंगेशकर के निधन पर जताया दुख

 

तेजस्वी यादव ने लता मंगेशकर के निधन पर शोक जताया. कहा कि लता जी देश की धरोहर थीं. कल सरस्पती पूजा था और आज वो हम लोगों के बीच नहीं हैं। हम अपनी पार्टी की ओर से संवेदना प्रकट करते हैं.

मुजफ्फरपुर बालिका गृह के मुख्य आरोपियों को CM नीतीश का संरक्षण : तेजस्वी यादव

राजद नेता तेजस्वी यादव पत्नी राजश्री के साथ आज करीब बीस दिनों बाद पटना पहुंचे। पटना एयरपोर्ट पर कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया। पटना एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत के बाद वे 10 सर्कुलर रोड राबड़ी आवास के लिए रवाना हो गये। पटना पहुंचते ही तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर हमला बोला। सबसे पहले विशेष राज्य के दर्जा के सवाल पर कहा कि यह मांग तो हमारी पुरानी मांग है।

बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग हम शुरू से ही कर रहे हैं। देश में डबल इंजन की सरकार है तो इंतजार किस बात की है। विशेष राज्य का दर्जा अमेरिका के राष्ट्रपति तो नहीं देगे। वही बालिका गृह पर उन्होंने कहा कि इसे लेकर शुरु से ही हमलोगों ने लड़ाई लड़ी थी। दो तीन दिन पहले पटना के गायघाय में यह घटना हुई है जो बेहद निंदनीय है।

इस मामले को हम चलकर देखेंगे और जानेंगे की आखिर मैटर क्या है। तेजस्वी ने कहा कि पहले के जो टोंड वाले और मुंछ वाले मुख्य आरोपी हैं वे अब तक पकड़े नहीं जा सके हैं। इन लोगों को नीतीश कुमार का संरक्षण मिला हुआ है। वही राष्ट्रीय अध्यक्ष के सवाल पर तेजस्वी यादव ने चुप्पी साध ली वही कांग्रेस के सीट बंटवारे के सवाल पर भी साफ-साफ शब्दों में जवाब नहीं दिए। तेजस्वी यादव के साथ उनकी पत्नी राजश्री यादव भी मौजूद थी।