जमुई: बिहार में प्रचंड गर्मी ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है. ऐसे में जमुई जिला भी व्यापक रूप से लू की चपेट में है, भीषण गर्मी व चिलचिलाती धूप से सभी परेशान हैं. आलम यह है कि यहां तापमान 43 डिग्री से भी ऊपर चला चला जा रहा है. इस बीच बताया जा रहा है कि केके पाठक का फरमान शिक्षिका पर भारी पड़ रहा है. गुरुवार को जिले की एक शिक्षिका स्कूल पहुंचने के 1 घंटे बाद बेहोश होकर गिर गई. जिन्हें इलाज के लिए भर्ती कराया गया है।
गर्मी का प्रकोप चरम पर: मिली जानकारी के अनुसार, जिले में भीषण गर्मी का प्रकोप चरम पर है. अधिकतम पारा भी 43 डिग्री है. ऐसी स्थिति में केके पाठक का फरमान शिक्षक और शिक्षिकाओं पर भारी पड़ रहा है. गुरुवार को ही एक शिक्षिका स्कूल पहुंचने के 1 घंटे बाद बेहोश होकर गिर पड़ी. मामला जमुई जिले के झाझा प्रखंड अंतर्गत मध्य विद्यालय सिमुलतला की है।
8 जून तक स्कूल बंद: बता दें कि बुधवार को भीषण गर्मी के कारण जमुई जिले के विभिन्न प्रखंड में करीब एक दर्जन स्कूलों में दो दर्जन से अधिक बच्चे और शिक्षक-शिक्षिकाएं बेहोश हो गई थी. हालांकि यह मामला जमुई जिले के अलावा राज्य के अन्य जिलों में देखा गया था. जिससे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के निर्देश पर 30 मई से 8 जून तक विद्यालय बंद करने का निर्देश जारी किया गया था. लेकिन इस बीच गुरुजी को स्कूल में रहना अनिवार्य कर दिया गया।
गैर शैक्षणिक कार्य रहेगा चालू: साथ ही सभी विद्यालयों में प्रभारी, एचएम व शिक्षक एवं शिक्षिकाएं सुबह 8 बजे से 11 बजे तक विद्यालय आने का आदेश दिया गया. तथा गैर शैक्षणिक कार्य जैसे कि बच्चों का एडमिशन, ई-शिक्षाकोष पर बच्चों का एंट्री, विद्यालय में असैनिक कार्य, जिन बच्चों का आधार नहीं बना है, उनका आधार बनवाने का कार्य समेत विभिन्न कार्य करने का निर्देश जारी किया गया था।
स्कूल पहुंचने के बाद बेहोश: इसी फरमान को लेकर जिले भर के शिक्षक व शिक्षिकाएं गुरुवार को निर्धारित समय के अनुसार अपने-अपने स्कूल पहुंचे. लेकिन भीषण गर्मी के कारण झाझा प्रखंड अंतर्गत सिमुलतला मध्य विद्यालय में संस्कृत विषय की शिक्षिका ज्योतिमा कुमारी स्कूल पहुंचने के 1 घंटे बाद बेहोश होकर गिर गई. जिससे शिक्षकों में हड़कम मच गया. वहीं, आनन फानन में शिक्षिका की विद्यालय में प्राथमिक उपचार कर बेहतर इलाज के लिए देवघर भेज दिया गया है।