BiharPolitics

तेजस्वी ने भाजपा को दिया बड़ा झटका, बिहार में राजद बनी सबसे ज्यादा वोट हासिल करने वाली पार्टी, नीतीश-चिराग को भी बड़ा नुकसान

 लोकसभा चुनाव 2024 में एनडीए को बिहार में बड़ा झटका लगा और दस संसदीय सीटों पर हार का सामना करना पड़ा है. एक ओर जहां एनडीए को सीटों का नुकसान हुआ है वहीं दूसरी ओर वोट प्रतिशत में भारी गिरावट आई है. चुनाव आयोग के आंकड़ों के अनुसार संपन्न लोकसभा चुनावों में बिहार में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) का वोट शेयर 8.83% कम हुआ, जबकि इसने 40 में से 30 सीटें जीतीं। NDA से जुड़ी पार्टियों ने मिलकर राज्य में 45.51% वोट शेयर हासिल किया, जो 2019 के 54.34% से कम है। दूसरी ओर, विपक्षी गठबंधन इंडिया ने 2019 में 27.19 प्रतिशत वोट हासिल किया था जो इस बार बढ़कर 36.5% हो गया. यानी इंडिया के वोट प्रतिशत में 9.31% की तेज उछाल देखने को मिली है.
ऐसे में 2019 में राज्य में एनडीए और विपक्षी दल के वोट शेयर के बीच का अंतर 27.15% था, जो इस बार घटकर 9.01% रह गया। एनडीए के वोट शेयर में गिरावट होनी तय रही क्योंकि बिहार में इसकी सीटों की संख्या 2019 में 39 से घटकर इस बार 30 हो गई। विपक्षी खेमा जो 2019 में बमुश्किल अपना खाता खोल पाया था, इस बार नौ सीटों पर जीत दर्ज की। एनडीए में जनता दल (यूनाइटेड) का वोट शेयर 2019 में 22.26% से गिरकर इस बार 18.52%, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) का वोट शेयर 24.06% से गिरकर 20.52% और एलजेपी (रामविलास) का वोट शेयर 8.02% से गिरकर 6.47% रह गया।

इंडिया ब्लॉक में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) का वोट शेयर 2019 में 15.68% से बढ़कर 2024 में 22.14% हो गया। कांग्रेस ने 2019 में अपने वोट शेयर को 7.85% से बढ़ाकर इस बार 9.20% करने में कामयाबी हासिल की। कुछ अन्य राज्यों की तरह, इंडिया ब्लॉक ने बिहार में नौ सीटें जीतकर अपना प्रदर्शन बेहतर किया। लालू प्रसाद के नेतृत्व वाली आरजेडी ने चार, कांग्रेस ने तीन और सीपीआई (एमएल) (एल) ने दो सीटें जीतीं। दूसरी ओर, पूर्णिया से निर्दलीय उम्मीदवार पप्पू यादव विजयी हुए।

राजद को सबसे ज्यादा वोट : राज्य में राजद को सबसे ज्यादा 22.14 प्रतिशत वोट मिला जबकि दूसरे नम्बर पर भाजपा को 20.52 फीसदी वोट मिला है. वहीं जदयू को 18.52%, कांग्रेस को 9.20%, लोजपा (रा) को 6.47%, सीपीआई -एमएल (एल) को 2.99 %, सीपीआई को 1.30%, सीपीएम को 0.87%, बसपा को 1.75 %, एआईएमआईएम को 0.88% और अन्य को 13.29% वोट मिले हैं. वहीं नोटा को 2.07% वोट मिला है.

एनडीए को बड़ा झटका : बिहार में एनडीए की सीटों की संख्या में नौ की कमी आई क्योंकि जेडी(यू) ने चार सीटें किशनगंज, कटिहार, पूर्णिया और जहानाबाद – खो दिए और भाजपा पाटलिपुत्र, आरा, बक्सर, औरंगाबाद और सासाराम लोकसभा सीटों पर हार गई। एनडीए में, जेडी(यू) और भाजपा ने 12-12 सीटें जीतीं, जबकि लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) ने पांच सीटें हासिल कीं और हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (हम) ने एक सीट जीती।
सातवें चरण में करारी हार : एक और चौंकाने वाली बात यह रही कि एनडीए को लोकसभा चुनाव के सातवें और अंतिम चरण में करारी हार का सामना करना पड़ा, 1 जून को इस दौर में जिन आठ निर्वाचन क्षेत्रों में मतदान हुआ था, उनमें से छह सीटें एनडीए को हार का सामना करना पड़ा। ये छह सीटें इंडिया ब्लॉक उम्मीदवारों की झोली में गईं।
मुजफ्फरपुर में सबसे बड़ी जीत : वहीं इस चुनाव में मुजफ्फरपुर से बीजेपी उम्मीदवार राज भूषण चौधरी राज्य में सबसे ज़्यादा 2,34,927 वोटों के अंतर से चुनाव जीतने वाले सांसद रहे। उन्होंने कांग्रेस के अजय निषाद को हराया। सारण से बीजेपी उम्मीदवार राजीव प्रताप रूडी ने राज्य में सबसे कम अंतर से चुनाव जीता, उन्होंने लालू की बेटी रोहिणी आचार्य को सिर्फ़ 13,661 वोटों के मामूली अंतर से हराया।

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe to get the latest posts sent to your email.

Submit your Opinion

Discover more from Voice Of Bihar

Subscribe now to keep reading and get access to the full archive.

Continue reading

मत्स्य पालन और जलीय कृषि में ड्रोन प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग और प्रदर्शन पर कार्यशाला आयोजित बिहार में बाढ़ राहत के लिए भारतीय वायु सेना ने संभाली कमान बिहार के बाढ़ग्रस्त क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण करने रवाना हुए सीएम नीतीश पति की तारीफ सुन हसी नही रोक पाई पत्नी भागलपुर में खुला पटना का फैमस चिका लिट्टी स्पैम कॉल : दूरसंचार कंपनियों ने 50 संस्थाओं को बैन किया, 2.75 लाख कनेक्शन काटे भागलपुर : युवक का अवैध हथियार लहराते फोटो वायरल भागलपुर में पार्षद नंदिकेश ने तुड़वाया वर्षों से बंद पड़े शौचालय का ताला ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय की ओर से स्कूल परिसर में किया पौधारोपण CM नीतीश कुमार पहुंचे रोहतास