तेजस्वी यादव ने खुले मंच से पुलिस को नसीहत दी। कहा कि पुलिस को मित्रता पूर्ण व्यवहार आम जनता से रखना चाहिए क्योंकि जनता पुलिस को देखकर भागती है और डरती है। समाज का सबसे अंतिम पायदान पर खड़ा तबका भी पुलिस के सामने आए इसके लिए जरूरी है कि पुलिस मित्रता पूर्ण व्यवहार रखें।
तेजस्वी ने कहा कि बिहार में पुलिस को देखकर लोग भागने लगते हैं। मित्रता वाला संबंध होगा तो लोगों को पुलिस पर उम्मीद और विश्वास बढ़ेगी। जिससे जांच में मदद मिल सकेगी। दलित समाज के लोग थाने पर आने से कतराते हैं। जबकि अपने अनुशासन को लेकर पुलिस जानी जाती है। मित्रता वाला भाव रहे तो लोगों का विश्वास पुलिस के ऊपर बढ़ेगा।
उन्होंने कहा कि कई बार तो सुनने में आता है कि पुलिस में खाने का मेस अलग-अलग जातियों में बंटा रहता है। जो गलत है आपसी मिलाप बहुत जरूरी है। इससे पुलिस संगठन और मजबूत होगा। तेजस्वी ने कहा कि आपकी सारी मांगों को हमने सुना है माननीय मुख्यमंत्री जी से बात करके उन मांगों को पूरा कराने की कोशिश करेंगे।
वही इस दौरान मोदी सरकार और बीजेपी पर हमला बोलते हुए तेजस्वी यादव ने कहा कि नेहरू म्यूज़ियम का नाम बदला जा रहा है। लोक सभा चुनाव से पहले RSS के एजेंडे को लागू किया जा रहा है। देश को तोड़ने और एक दूसरे को लड़ाने का काम हो रहा है। आरएसएस का अपना एजेंडा है काम से मतलब नहीं है ये लोग देश को तोड़ना चाहते हैं एक दूसरे के प्रति घृणा कराना चाहते हैं।
ये लोग केवल राजा की तरह राज करना चाहते हैं. कई योजनाओं का नाम बदला गया है। पहले 90 प्रतिशत केंद्र सरकार देती थी अब 50 प्रतिशत केंद्र और 50 प्रतिशत राज्य सरकार को योजनाओं पर खर्च करना पड़ता है। ये लोग पूरा इतिहास बदलना चाहते हैं। अमन चैन को छिनना चाहते हैं।