बिहार की राजनीति में इन दिनों शब्दों की मर्यादा का ख्याल तक नहीं रखा जा रहा है। यह कहा जाना उस वक्त तार्किक हों जाता है जब बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव के सामने उनके परिवार के करीबी माने जाने वाले नेता चिराग पासवान को राजद समर्थकों की तरफ से मां -बहन की गालियां देनी शुरू हो जाती हैं और इसके बाबजूद तेजस्वी उस समय कुछ नहीं कहते। हालांकि, बाद में तेजस्वी इस संदर्भ में यह जरूर कहें हैं कि यह बर्दाश्त करने योग्य नहीं है। लेकिन अब यह मामला काफी तूल पकड़ने लगा है। ऐसे में बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी ने भी अपनी नाराजगी जाहिर की है।
जीतनराम मांझी ने ट्वीट करते हुए लिखा है कि अभी तक तो राजद के गुंडे कैमरे के पीछे दलितों पर हमले करते थे। हमारी आबरु के साथ खिलवाड़ करते थे। पर जमुई की सभा में तो तेजस्वी यादव के इशारे पर चिराग पासवान जी जैसे दलित नेता को मां बहन की गालियां दी गई। जो शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि तेजस्वी जी आपके हर अपमान का बदला बिहार की जनता चुनाव में लेगी।
दरअसल, जमुई में तेजस्वी यादव की चुनावी सभा के दौरान किसी समर्थक ने चिराग पासवान की मां के लिए गाली जैसे शब्दों का प्रयोग किया। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इस पर लोजपा रामविलास राष्ट्रीय के अध्यक्ष और जमुई के सांसद चिराग पासवान ने इस पर भावुक प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि मेरे सामने कोई राबड़ी देवी या मीसा भारती के बारे में अपशब्द बोलता तो मैं कभी बर्दाश्त नहीं करता। हाजीपुर के एनडीए प्रत्याशी चिराग ने बिना नाम लिए तेजस्वी यादव के कार्यकलापों पर सवाल उठा दिए हैं। जमुई में लोकसभा चुनाव के पहले चरण में शुक्रवार को मतदान होना है।
उधर, इस मामले में तेजस्वी यादव ने भी कहा है कि चिराग पासवान जी को गाली किसने दी? हमने तो नहीं दी। मैंने वह वीडियो देखा है। किसी ने मुझे भेजा था। उसमें यह देखा गया कि पब्लिक में कोई कुछ बोल रहा है। मंच से तो किसी ने उनको कुछ नहीं कहा। अब पब्लिक में कोई गाली दे रहा है तो उसमें क्या कहा जा सकता है। वैसे तो लोग मुझे भी गालियाँ दे सकते हैं। इसलिए बात का बतंगड़ क्यों बनाया जाए?