बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयानों पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है. तेजस्वी ने आरोप लगाया कि अमित शाह केवल झूठ बोलने का काम करते हैं और हर चुनाव से पहले बड़ी-बड़ी घोषणाएं करके जनता को गुमराह करते हैं. उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार ने बिहार को इतना कुछ दिया है, तो इसका स्पष्ट विवरण जनता के सामने रखा जाना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने अमित शाह के बयानों को ‘चुनावी जुमला’ करार देते हुए कहा कि वे केवल चुनावी मौसम में ही बड़ी घोषणाएं करते हैं, लेकिन चुनाव खत्म होते ही वे सारी बातें जुमला बन जाती हैं. उन्होंने सवाल किया कि पिछले 20 वर्षों में बिहार के विकास के लिए क्या ठोस कार्य किए गए हैं, इसका जवाब केंद्र सरकार को देना चाहिए.
तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधना भाजपा नेताओं का फैशन बन गया है, लेकिन इससे कुछ भी बदलने वाला नहीं है. उन्होंने आरोप लगाया कि अमित शाह बिहार के लोगों को ठगने आए हैं और चुनावी माहौल को अपने पक्ष में करने के लिए झूठे दावे कर रहे हैं.
राजद सांसद मनोज झा ने भी अमित शाह के बयानों पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वे आदतन झूठ बोलते हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के असली मुद्दे बेरोजगारी, महंगाई और महिलाओं की सुरक्षा से जुड़े हैं, लेकिन भाजपा इन पर बात करने से बचती है. उन्होंने दावा किया कि बिहार के लोगों को अब भाजपा के झूठे वादों का एहसास हो चुका है.
तेजस्वी यादव ने अपनी पार्टी द्वारा प्रस्तावित योजनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि बिहार के युवाओं और महिलाओं के लिए उनकी सरकार ने कई योजनाएं बनाई हैं. उन्होंने ‘माई बहिन सम्मान योजना’ के तहत महिलाओं को ₹2500 प्रति माह देने, 200 यूनिट मुफ्त बिजली देने और रोजगार के नए अवसर पैदा करने की योजना का उल्लेख किया.
बिहार में आगामी चुनावों को देखते हुए राजनीतिक बयानबाजियों का दौर तेज हो गया है. अमित शाह के दौरे से जहां एनडीए कार्यकर्ताओं में उत्साह देखा गया, वहीं राजद ने इसे महज चुनावी ड्रामा बताया. इस बयानबाजी से साफ है कि बिहार में चुनावी संघर्ष और अधिक तीखा होने वाला है.