तेजस्वी यादव ने मंगलवार को अपने सोशल मीडिया हैंडल x पर एक वीडियो शेयर किया है। जिसमें वह हेलिकॉप्टर में VIP प्रमुख मुकेश सहनी के साथ लंच में चेचरा मछली और रोटी खाते दिखाई दे रहे हैं। हालांकि उन्होंने वीडियो में डेट भी मेंशन किया है और कहा है कि यह वीडियो आठ अप्रैल का है। बाबजूद इसके विपक्ष के नेता नवरात्र में नॉनवेज खाने का मुद्दा बनाकर तेजस्वी पर सवाल उठाने लगे। ऐसे में अब इन सवालों का जवाब तेजस्वी ने खुद दिया है और कहा है कि मैं आईक्यू टेस्ट ले रहा था। जिसमें भाजपा के नेता खुद फंस गए।
तेजस्वी ने कहा कि पिछले तीन-चार दिनों से हम मुकेश सहनी जी के साथ चुनावी जनसभाओं में जा रहे हैं। हमने ट्वीट भी किया है और हमें यह मालूम था कि भाजपा के लोग जरूर उसपर सवाल उठाएंगे। हमने उनका आइक्यू टेस्ट किया था। वो मेरे इस जाल में फंस गए। उनलोगों में समझ की कमी है। मुझे भी मालूम है कि अभी क्या चल रहा है और क्या नहीं?
तेजस्वी ने कहा कि वीडियो के साथ मैंने जो ट्वीट किया है, उसमें साफ तौर पर डेट मेंशन किया गया है। आठ अप्रैल का वह वीडियो है, उसमें साफ-साफ लिखा गया है। ऐसे में हमने जो आइक्यू टेस्ट लिया इन भाजपाइयों का उसमें हमें सफलता मिली है। यह भाजपा के लोग पढ़ते-लिखते तो हैं नहीं। इनको किसी तरह की कोई जानकारी भी नहीं होती। ये लोग मुद्दे की बात करते ही नहीं है। लिहाजा हम तो बस इनका आइक्यू टेस्ट ले रहे थे। इस वजह से मैंने वह वीडियो जानबूझकर पोस्ट किया था।
तेजस्वी ने कहा कि जितनी प्रमुखता से मेरे वीडियो पर वे बोल रहे हैं, उतनी प्रमुखता से कभी बेरोजगारी और भ्रष्टाचार पर बोलते हैं क्या? ऐसे में जो नेता बयानबाजी कर रहे हैं, बिना पढ़े-लिखे ट्वीट को देखtते ही वह कुछ भी बोल सकते हैं। अरे, मुझे भी मालूम है क्या चल रहा है क्या नहीं चल रहा है।
यह तो हमारा टेस्ट था, जिसके जरिए यह पता चल सके कि भाजपाई लोग कैसे लोगों को भ्रमित करते हैं। अब आप खुद सही कीजिए कि मैं अपने टेस्ट में सफल हुआ या नहीं। यह लोग मुद्दे की बात नहीं करते हैं बल्कि समाज में जहर बोने का काम करते हैं। हम लोगों पर जब टेस्ट कर रहे हैं कि हम लोग सनातनी हैं या नहीं है तो आप समझ सकते हैं कि और लोगों का यह लोग क्या करते होंगे।