नए साल पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव के बीच ये पहली मुलाकात है. वैसे सीएम का डिप्टी सीएम से मिलना कोई नई बात नहीं है लेकिन सियासी घटनाक्रमों पर नजर डालें तो इसकी चर्चा खूब हो रही है. राजनीतिक गलियारे में ये मुलाकात खासी अहमियत रखती है।
नीतीश और तेजस्वी की मुलाकात
महागठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. वहीं दूसरे नंबर पर नीतीश कुमार की जेडीयू है. कल ही इंडिया गठबंधन की वर्चुअल मीटिंग की चर्चा होने की सुगबुगाहट थी, ये और बात है कि इस मीटिंग में क्या हुआ? इसको लेकर कोई भी पक्ष खुलकर नहीं बोला, लेकिन इस कथित मीटिंग के अगले ही दिन यानी गुरुवार 4 जनवरी को आरजेडी और जेडीयू के दोनों बड़े लीडर एक साथ मुलाकात कर रहे हैं।
सीट शेयरिंग पर चर्चा की खबरें
चर्चा है कि सीट शेयरिंग को लेकर दोनों दलों में बात होने वाली है. यही नहीं नीतीश को इंडिया गठबंधन का संयोजक बनाने पर भी चर्चा की संभावना से इंकार नहीं किया जा रहा है. चर्चा इस बात की भी है कि अक्सर नए साल पर खुद ही लालू से मिलने पहुंचने वाले नीतीश ने इतनी दूरी कैसे बना ली? कहीं इन दूरी को तेजस्वी पाटने की आखिरी कोशिश करने तो नहीं पहुंचे हैं?
इन सभी मामले में कयासों का बाजार गर्म है. देखना ये है कि आखिर दोनों नेताओं में किस मुद्दे को लेकर बात होती है? जब तक पार्टी की ओर से कोई आधिकारिक बयान न आ जाए ऐसे ही कयासों का बाजार गर्म ही रहेगा. फिलहाल संयोजक को लेकर मामला गरमाता जा रहा है. संभव है कि इस मुलाकात की गर्माहट से दोनों दलों के रिश्तों पर जमी बर्फ पिघले और कुछ समाधान निकले।