बिहार के उपमुख्यमंत्री ने नारी शक्ति और बिहार की बेटी को लेकर जो विवादास्पद और घृणाप्रद बयान दिया है वो भाजपा के चरित्र को चित्रित करता है। ऐसी सोच ना हमारे संस्कारों में है और ना बिहार की संस्कृति व संस्कारों में।
आगे लिखा की मैं ईश्वर से प्रार्थना करूँगा कि उपमुख्यमंत्री और उनकी पार्टी को मातृशक्ति का सम्मान करने की सदबुद्धि आए। मैं समस्त कार्यकर्ताओं और बिहारवासियों से भी आग्रह करता हूँ वो “बेटी वंदना” के साथ अपने हर कार्य का प्रारम्भ करें। बीजेपी ने बिहार में एक भी महिला को लोकसभा चुनाव में उम्मीदवार नहीं बनाकर महिला विरोधी होने का परिचय दिया है। हमने पहले भी कहा था महिला आरक्षण बिल इनका ढकोसला था।
बिहार की पहचान “भाजपा” नहीं है, बिहार ओछे बयान देने वालों की धरती नहीं है। बिहार माता सीता की जन्मस्थली है। बिहार बेटियों का, माताओं का, महिलाओं का सम्मान करने वाली पावन धरा है। हमारे संस्कार, हमारे आचरण, व्यवहार में मातृशक्ति का सर्वोच्च महत्व हैं और हमारे कार्य में इसकी झलक मिलती हैं। इसी कड़ी में “बेटी वंदना” हमारे बिहार की समृद्ध संस्कृति का आचरण करने की प्रेरणा देगी तथा मतिभ्रष्ट एवं पथभ्रष्ट भाजपा नेताओं को सही पथ पर आने के लिए प्रेरित करेगी।