पटना: महिला आरक्षण विधेयक पर बहस के दौरान आरजेडी के सांसद मनोज झा ने राज्यसभा में ‘ठाकुरों’ को लेकर एक कविता सुनाई थी. इस पर पूरे देश में बवाल मच गया है. वहीं, इस मुद्दे पर डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शनिवार को कहा कि जिस किसी को भी आपत्ति थी, उनको पार्टी फोरम में बात रखनी चाहिए थी न कि ट्वीट करना चाहिए था।
उन्होंने कहा कि लोगों ने इसे संज्ञान में लिया है और इस पर बात करेंगे. आरजेडी में बीजेपी से ज्यादा राजपूत एमएलए और एमएलसी हैं. वहीं, आनंद मोहन के विरोध पर उन्होंने कहा कि नकारात्मक बातों पर टिप्पणी नहीं करनी हैं. उनके पुत्र के द्वारा यह मामला उठाया गया. इस पर पार्टी फोरम में चर्चा होगी।
तेजस्वी यादव ने कहा कि सबको पता है कि मनोज झा दिल्ली यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर हैं. उनको बेस्ट सांसद भी चुना जा चुका है. महिला आरक्षण विधेयक पर चर्चा करते हुए उन्होंने यह बात रखी थी कि गांव की भी पिछड़ी महिलाओं को मौका मिलना चाहिए. इस विषय पर उन्होंने ओमप्रकाश वाल्मीकि की कविता को दोहराया. उस कविता को आज के संदर्भ में देखें तो चंद लोग देश की संपत्ति को बेच रहे है. चंद लोगों के पास ही संपत्ति ज्यादा है और जिनकी आबादी ज्यादा है उनके पास जमीन ही नहीं है।