ललन सिंह के इस्तीफा देने और सीएम नीतीश कुमार के फिर से जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की खबर के बाद बिहार की राजनीति में गहमा-गहमी दिख रही है.एक तरफ सियासी बयानबाजी तेज हो गयी है वहीं सतर्कता भी बरती जा रही है.इस बीच नीतीश के सहयोगी तेजस्वी यादव के अपना विदेश दौरा रद्द करने की जानकारी मिल रही है.यानी आनेवाले दिनों मे बिहार की राजनीति से कुछ ब्रेकिंग खबर आ सकती है.इसका इशारा पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने किया है.वहीं पूर्व सीएम जीतनराम मांझी नीतीश कुमार के खिलाफ अभी भी हमलावर हैं.
पूर्व सीएम जीतनराम मांझी ने सोसल मीडिया X पर ट्वीट करते हुए ललन सिंह के प्रति हमदर्दी जताई है और नीतीश कुमार पर हमला बोला है.जीतनराम मांझी ने लिखा कि नीतीश कुमार की तीन वर्षीय योजना के तहत ललन सिंह का भी पत्ता साफ कर दिया गया है।
वैसे ललन बाबू को समझना चाहिए था कि जो नीतीश कुमार फार्नाडिस साहब के ना हुए,RCP बाबू,शरद यादव,दिगविजय सिंह के ना हुए वह उनके कैसे होंगें?
“ऐसा कोई सगा नहीं जिसे नीतीश ने ठगा नहीं”
वहीं पूर्व डिप्टी सीएम सुशील मोदी ने सोसल मीडिया X पर ट्वीट करके लिखा कि मैंने एक सप्ताह पूर्व ही भविष्यवाणी की थी कि ललन सिंह हटाये जा रहे हैं।लालू से नज़दीकियों के कारण ललन सिंह को हटना पड़ा है ।यह खेल का अंत नहीं बल्कि शुरुआत है।अभी काफ़ी गुल खिलना बाक़ी है ? खेल की अगली कड़ी का इंतज़ार कीजिए?
दिल्ली में नीतीश के नये दांव और सुशील मोदी के ट्वीट के बाद बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी भी सतर्क हो गये हैं और उनके 6 जनवरी से निर्धारित विदेश दौरा रद्द किया जाने की जानकारी सूत्रों से मिल रही है. इस यात्रा के लिए उन्हें कोर्ट से अनुमति ली थी.लेकिन बदली हुई परिस्थिति में तेजस्वी यादव विदेश नहीं जाने मे भी अपनी भलाई समझ रहे हैं.हलांकि इस मुद्दे पर तेजस्वी या आरजेडी के द्वारा आधिकारिक रूप से कुछ नहीं कहा गया है.
बताते चलें कि जेडीयू मे आज बड़ा बदलाव हुआ है.ललन सिंह ने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया है और नीतीश कुमार खुद पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में काम करने की हामी भर दी है.ललन सिंह के इस्तीफे की चर्चा पिछले कई दिनों से मीडिया की सुर्खियां बनी हुई थी ,पर ललन और नीतीश ने किसी बदलाव से इंकार किया था.तेजस्वी ने भी जेडीयू की बैठक को सामान्य बताया था और जेडीयू में किसी तरह के बदलाव की संभावना से इंकार किया था.पर दिल्ली में आयोजित जेडीयू की राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में पार्टी में बड़ा बदलाव हुआ है जिसके बाद से बिहार मे राजनीतिक हलचल तेज हुई है.