बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव की सुरक्षा घटा दी गई है. उन्हें डिप्टी सीएम के तौर पर दी जाने वाली सुरक्षा की गृह विभाग ने समीक्षा की. अब उन्हें वह सुरक्षा दी जाएगी जो मंत्रियों को दी जाती है. दरअसल, विपक्ष के नेता को कैबिनेट मंत्रियों की तरह सुरक्षा दी जाती है. सुरक्षा के घेरे में 3 बॉडीगार्ड, हाउसगार्ड के रूप में 2-8 पुलिसकर्मी, पायलट गाड़ी में 1-4 पुलिसकर्मी और एस्कॉर्ट गाड़ी में 1-4 पुलिसकर्मी रहेंगे. बता दें कि तेजस्वी यादव को पहले जेड प्लस ( Z Plus Security) सुरक्षा मिलती थी.
तेजस्वी यादव को 2022 में जेड प्लस सुरक्षा दी गई थी. बिहार के गृह विभाग की विशेष समिति ने मंगलवार को नेताओं की सुरक्षा के संबंध में समीक्षा बैठक की थी. जिसमें तेजस्वी यादव की सुरक्षा में कटौती की गई है और अब मंत्रियों की स्तर के सुरक्षा घेरे में वह रहेंगे. इससे जुड़ा आदेश बुधवार को जारी किया गया है.
इस बीच, नीतीश सरकार के दो डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को जेड प्लस सुरक्षा दी गई है. बिहार में बीते रविवार को ही सत्ता परिवर्तन हुआ है. नीतीश कुमार ने महागठबंधन से दूरी बनाते हुए एनडीए ज्वाइन कर ली है और इसके बाद बीजेपी की करीब डेढ़ साल बाद सत्ता में वापसी हुई है.
जेड प्लस सिक्योरिटी में होते हैं इतने कमांडो
जहां तक सम्राट चौधरी और विजय सिन्हा को सुरक्षा दिए जाने की बात है. अब दोनों के सुरक्षा घेरे में 24 घंटे एक दर्जन से अधिक कमांडो रहेंगे. इनके सरकारी आवास पर भी गार्ड तैनात रहेंगे. जेड प्लस सुरक्षा में 55 सुरक्षाकर्मी होते हैं. इसमें एनएसजी और एसपीजी के कमांडो और पुलिसकर्मी शामिल रहते हैं. साथ ही भारत-तिब्बत बॉर्डर पुलिस और सीआरपीएफ के जवान भी तैनात रहते हैं. पहले सुरक्षा घेरे में एनएसजी होते हैं जबकि दूसरे घेरे में एसपीजी के कमांडो तैनात रहते हैं.