लोकसभा चुनाव के रिजल्ट के बाद बिहार के सम्बंधित तमाम राजनीतिक पार्टी अब आगामी साल होने वाले विधानसभा चुनाव की तैयारी में लग गई है। ऐसे में नेता विपक्ष तेजस्वी यादव भी कमर कस लिए हैं और राजद नेता एक बार फिर यात्रा पर निकलने वाले हैं और लोगों के बीच जाकर अपनी सोच को रखने वाले हैं कि उन्होंने अपने 17 महीने के कार्यकाल में क्या कुछ किया है और इससे कैसे लोगों को फायदा पहुंचा है?
दरअसल, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी प्रसाद यादव फिर एक नई यात्रा पर निकलने वाले हैं। आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह राजद की रणनीति का हिस्सा है। माना जा रहा है कि इस यात्रा के दौरान राजद नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बिहार के चीफ मिनिस्टर नीतीश कुमार निशाने पर होंगे। गौरतलब हो कि लोकसभा चुनाव में राजद अपनी उम्मीद के मुताबिक परफॉर्म नहीं कर पाई थी। लिहाजा विधानसभा चुनाव में अधिक से अधिक जनसमर्थन हासिल करने के मकसद से तेजस्वी जनता से संवाद करेंगे।
बताया जा रहा है कि, तेजस्वी यादव 10 सितंबर से जन संवाद यात्रा पर समस्तीपुर के लिए रवाना होंगे। प्रथम चरण में उनकी यात्रा मिथिलांचल क्षेत्र में होगी। यह इलाका कभी यह राजद का मजबूत गढ़ रहा है लेकिन पिछले विधानसभा चुनाव और लोकसभा चुनाव में पार्टी को अपेक्षित सफलता नहीं मिली थी। पिछले विधानसभा चुनाव में अब्दुलबारी सिद्दीकी और भोला यादव जैसे धुरंधर भी चुनाव हार गए थे। शनिवार को पार्टी सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मिथिलांचल क्षेत्र में पार्टी का प्रभाव बढ़ाने और खोए जनाधार को वापस लाने के लिए वहां से यात्रा की शुरुआत की गयी है।
जानकारी के अनुसार, तेजस्वी यादव समस्तीपुर में 10-11 सितंबर को, दरभंगा में 12-13 सितंबर को तथा 14-15 सितंबर को मधुबनी में रहेंगे। इस दौरान उनके साथ कोई भी राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय नेता नहीं रहेगा। वे स्थानीय नेताओं से जिलों में मिलेंगे और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे। इसके बाद कार्यक्रम का अभी अंतिम रूप नहीं दिया गया है।