लोकसभा चुनाव 2024 में बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव का एक बयान काफी सुर्खियों में रहा वह बयान था कि हमने हेलीकॉप्टर को ट्रैक्टर बना दिया। ऐसे में अब जब चुनावी जनसभाओं का दौर खत्म हो गया है तो जो आंकड़े निकलकर सामने आए हैं उसके मुताबिक बिहार के नेता विपक्ष तेजस्वी यादव प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर भारी पड़ गए हैं।
दरअसल, लोकसभा चुनाव के दौरान एक जनसभा को संबोधित करते हुए तेजस्वी यादव ने कहा था कि “हमने हेलीकॉप्टर को ट्रैक्टर बना दिया”। अब सातवें चरण के चुनाव प्रचार का दौर खत्म होने के बाद तेजस्वी यादव के इस बयान का मतलब समझा जाए तो उनका यह बयान अपने आप में एक अलग कहानी तैयार करती है। तेजस्वी यादव के इस बयान का सीधा मतलब तो यह था कि उन्होंने लगभग 2 महीना के इस चुनावी सीजन में 251 सभाएं की है जो कि मौजूदा चुनाव के लिए एक रिकॉर्ड कायम कर गया है। लेकिन, राजनीतिक तौर पर इसका अर्थ देखा जाए तो यह कहा जा सकता है कि तेजस्वी ने अब अपना एक और नया राजनीतिक कद तैयार कर लिया है।
मालूम हो कि, इस लोकसभा चुनाव में चुनावी सभाएं करने के मामले में बिहार के नेता विरोधी विरोधी दल तेजस्वी यादव सबसे आगे रहे उन्होंने 251 सभाएं की हैं। मतलब हर दिन चार से पांच सभा की है। जबकि वह बुरी तरह से बीमार है और डॉक्टरों ने उन्हें बेड रेस्ट करने की सलाह दी है। इसके बावजूद तेजस्वी यादव ने नरेंद्र मोदी को पीछे छोड़ दिया है। पीएम मोदी ने देश भर में कुल 172 चुनावी जनसभाएं और रोड शो की है जबकि तेजस्वी उनसे 79 अधिक चुनावी सभाओं को संबोधित किया है।
वहीं केंद्र सरकार के गृह मंत्री और मोदी कैबिनेट में दूसरे नंबर के नेता कहे जाने वाले अमित शाह लोकसभा 2024 में 115 रैलियां और 18 रोड शो की है इस तरह भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा 87 रैलियां की है। इसके बावजूद यह लोग तेजस्वी यादव से काफी पीछे हैं। तेजस्वी ने इनलोगों ने कहीं अधिक चुनावी जनसभा में अपनी ताकत का आभास करवाया है।
उधर, यदि विपक्ष अन्य दलों और बड़े नेता की बात करें तो राहुल गांधी ने 107 रैलियां और रोड शो किया है, जबकिअखिलेश यादव ने 59 रैलियां और चार रोड शो किया है। इसी तरह ममता बनर्जी ने 61 रैलियां और लगभग 10 के आसपास रोड शो किया है। लेकिन, बात की देश की सबसे पुरानी राजनीतिक कांग्रेस की करें तो राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे में से सबसे अधिक प्रियंका ने रैलियां रोड शो और मीडिया से बातचीत की है। प्रियंका गांधी ने 140 से ज्यादा रैलियां और रोड शो किए हैं जबकि 100 बार मीडिया मीडिया से बातचीत किया है। इस दौरान पांच फुल प्रिंट इंटरव्यू दिए हैं वहीं खड़गे ने से 100 सेज्यादा रैलियां की है और 20 से ज्यादा प्रेस कांफ्रेंस और 50 से ज्यादा इंटरव्यू दिया है जबकि राहुल गांधी ने मीडिया से बातचीत इस दफा नहीं की है।